किसान धान की बुआई में कर रहे हैं पैडी ट्रांसप्लांटर का प्रयोग
मुंगेर। प्रखंड के किसान नई तरीके से धान की खेती कर रहे हैं। इससे कम लागत में अधिक से अधिक उपज हो सके
मुंगेर। प्रखंड के किसान नई तरीके से धान की खेती कर रहे हैं। इससे कम लागत में अधिक से अधिक उपज हो सके। इसके लिए सरकार एवं कृषि विभाग भी किसानों की निश्शुल्क सहायता कर रही है। पहले मजदूरों के अभाव में धान रोपने में किसानों को कई दिन लग जाते थे। लेकिन सरकार द्वारा भेजे गए पैडी ट्रांसप्लांटर से किसान एक से डेढ़ घंटे में एक एकड़ से अधिक की बुआई कर लेते हैं। इससे मजदूरों की कमी की समस्या के साथ-साथ समय की भी बचत हो रही है तथा किसान आधुनिक तरीके से खेती कर लाभ कमाने की आस लगाए हैं। करहरिया दक्षिणी पंचायत में कृषि समन्वयक एवं कृषि सलाहकारों की देखरेख में पैडी ट्रांसप्लांटेशन विधि के तहत पैडी ट्रांसप्लांटर से किसानों को धान की बोआई करते देख जा रहा है।
कृषि पदाधिकारी मो. इकबाल ने बताया कि इस विधि के तहत एक एकड़ की खेती के लिए 12 किलो धान के बीज की आवश्यकता होती है। इसके लिए नर्सरी बेड की लंबाई 20 फीट एवं चौड़ाई 5 फीट होती है। पॉलीथीन की सीट पर नर्सरी तैयार कर बीज लगाया जाता है तथा पौधे तैयार हो जाने पर पैडी ट्रांसप्लांटर में बने खाके के अनुसार पॉलीथीन सीट पर लगाए गए पौधे को काटकर रखा जाता है तथा मशीन से ही बुआई की जाती है। इसका फायदा यह है कि इसमें मजदूर नहीं लगते हैं तथा उपज में वृद्धि होती है। पौधे लगाने की निगरानी कृषि समन्वयक मनोज कुमार, कृषि सलाहकार संजय कुमार तथा आईजीएस के फील्ड एक्सक्यूटिव प्रभात कुमार कर रहे थे।