'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट से जिले के पर्यटन उद्योग को मिलेगी 'आक्सीजन'
मुंगेर, जागरण संवाददाता : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को सदन में आम बजट प्रस्तुत करते हुए प्रध
मुंगेर, जागरण संवाददाता : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को सदन में आम बजट प्रस्तुत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट 'नमामि गंगे' के लिए 4 हजार 71 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। नमामि गंगे प्रोजेक्ट से जहां एक ओर पतित पावनी गंगा की सेहत सुधरने की उम्मीद जग गई है। वहीं, मुंगेर के पर्यटन उद्योग को भी आक्सीजन मिलने की संभावना उत्पन्न हो गई। बताते चलें कि मुंगेर में प्रत्येक वर्ष गंगा के रास्ते विश्व के अलग-अलग देशों के पांच सौ से अधिक पर्यटक मुंगेर पहुंचते हैं। लेकिन, बढ़ते प्रदूषण और गंगा में गाद की मात्रा बढ़ने के कारण हावड़ा से पर्यटकों को लेकर मुंगेर आने वाली जहाज कई जगहों पर अटकने लगी। इसी कारण मुंगेर आने वाले पर्यटकों की संख्या में इस बार बीते वर्ष की तुलना में काफी कमी आई थी। गंगा महासभा के जिला संयोजक अशोक पटेल ने कहा कि पहले मुंगेर-हावड़ा और मुंगेर वाराणसी तक जहाज चलती थी। जल मर्ग से ही व्यवसाय होता था। गंगा से हजारों लोगों की जीविका चलती थी। लेकिन, लोगों ने गंगा को कहीं का नहीं छोड़ा। गंगा में इतना कचरा फेंका कि उसका पेट गाद से भर गया। इसी कारण अब मुंगेर वाराणसी जहाज का परिचालन बंद हो गया, तो हावड़ा से भी सिर्फ विदेशी मेहमानों को लेकर ही जहाज आते हैं। अब विदेशी मेहमानों का जहाज भी जगह-जगह अटकने लगा है। ऐसे में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के माध्यम से गंगा के दिन फिरने के उम्मीद जगी है। एक बार फिर से दर्जनों की संख्या में जहाज विदेशी मेहमानों को लेकर मुंगेर पहुंचेंगे। इधर, बिहार राज्य पर्यटन निगम के मैनेजर मुकेश कुमार ने भी कहा कि नमामि गंगे के बाद गंगा की सेहत सुधरेगी, तो इसका सीधा असर पर्यटन उद्योग पर पड़ेगा। विदेशी मेहमान सुगमता से जल मार्ग से मुंगेर और बिहार के अन्य पर्यटन स्थल तक पहुंच सकेंगे।