अधूरे पुल का उद्घाटन रोकने को 1994 जैसा आंदोलन जरूरी
-जब अगले वित्त वर्ष में लाइन बिछाने का होगा टेण्डर तो कैसे तैयार हो जाएगा पुल? फोटो: 21 एमयूएन 5
-जब अगले वित्त वर्ष में लाइन बिछाने का होगा टेण्डर तो कैसे तैयार हो जाएगा पुल?
फोटो: 21 एमयूएन 5
कैप्शन : राजीव गांधी चौक पर धरना को संबोधित करते वक्ता
मुंगेर, जागरण संवाददाता : राजीव गांधी चौक पर रविवार को धरना पर बैठे वक्ताओं ने कहा कि अधूरे पुल का उद्घाटन करना मुंगेर की जनता के विरुद्ध साजिश होगी। इसे रोकने के लिए 1994 जैसा आंदोलन करना होगा।
युवा मंच के धरना में शामिल होकर अन्य संगठनों ने भी उनके विचारों को बल प्रदान किया।
धरने पर बैठे युवा मंच के नेताओं ने कहा था कि अगस्त 2015 तक पुल तैयार हो जाएगा, जबकि सड़क निर्माण के लिए संबंधित भू-स्वामियों को जमीन अधिग्रहण संबंधी अब तक नोटिस नहीं हुई है। दूसरी ओर रेलवे लाइन बिछाने का टेण्डर रद हो चुका है। अब अगले वित्त वर्ष में टेण्डर होगा। फिर आगामी वर्ष के अगस्त तक पुल कैसे तैयार हो जाएगा? यह सवाल विमलेन्दु राय, डॉ हेमंत कुमार, मुकेश कुमार, अजय कुमार, राजेन्द्र पटेल, राकेश मंडल एवं नचिकेता आदि ने धरना-स्थल पर उठाया।
पुल का निर्माण पूर्णत: करने के लिए यूथ फोरम संघर्षरत रहेगा। यह कहते हुए उपरोक्त वक्ताओं ने भारत सरकार और पुल निर्माण से जुड़ी एजेन्सियों से मांग की कि निर्माण संबंधी वास्तविक स्थितियों से मुंगेर की जनता को अवगत कराया जाय, निर्माण-कार्य में तेजी लाकर इसकी प्रगति की जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से हर माह स्थानीय जनता को दी जाय। पूर्वी-केंद्रीय रेलवे के जनरल मैनेजर अधूरे पुल को देखते हुए उद्घाटन संबंधी समाचार का खण्डन करें और यूथ फोरम की मांगों का अविलम्ब उत्तर दें।