लीड लगाएं-प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रहा है प्याऊ
मनीष कुमार, मुंगेर, जागरण संवाददाता : लोगों की प्यास बुझाने के लिए नगर निगम द्वारा अलग-अलग वार्डो मे
मनीष कुमार, मुंगेर, जागरण संवाददाता : लोगों की प्यास बुझाने के लिए नगर निगम द्वारा अलग-अलग वार्डो में बनाया गया प्याऊ नाकाम साबित हो रहा है। विधायक और वार्ड पार्षद के विकास निधि से बने कई प्याऊ ऐसे हैं जो बनने के कुछ ही दिनों के बाद से खराब है। स्थानीय लोगों ने कहा कि अधिकांश प्याऊ मोटर व बोरिंग खराब होने के कारण बंद हैं। अब सवाल उठता है कि लाखों रूपये की लागत से निर्मित प्याऊ साल भर भी नहीं चला तो ऐसे प्याऊ बनाया ही क्यों गया। स्थानीय लोगों की माने तो प्याऊ निर्माण में रुपये का खेल हुआ है। लोगों का कहना है कि आवश्यकतानुसार बोरिंग के लिए गहराई नहीं की गई और मोटर भी गुणवत्तापूर्ण नहीं लगाए गए।
यहां लगाए गए प्याऊ हैं बंद : वार्ड नंबर 12 के घसियार मोहल्ला में पार्षद निधि से प्याऊ का निर्माण कराया गया। प्याऊ निर्माण में 2 लाख 97 हजार रुपये खर्च किए गए। इसका उद्घाटन वर्तमान मेयर कुमकुम देवी ने किया था लेकिन, यह प्याऊ पिछले कई महीनों से बंद है। जिससे लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड नंबर 20 के हाजीशुभान में बना प्याऊ भी बनने के तीन माह बाद से ही खराब है। इस प्याऊ का निर्माण पूर्व विधायक विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता के विकास मद से 2010-11 में कराया गया था। इस प्याऊ के निर्माण में 1 लाख 93 हजार रुपये का खर्च आया था। इस प्याऊ के भवन का उपयोग एक निजी व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है। वार्ड नंबर 8 के केमखा मोड़ में बना प्याऊ भी अपनी बदहाली की कहानी बयां कर रहा है।
इस प्याऊ क निर्माण में भी लगभग दो लाख रुपये खर्च किए गए लेकिन, पिछले 2 साल से बंद है। जबकि जनप्रतिनिधि की भी नजरें इस ओर इनायत नहीं हो रही है।
वहीं वार्ड नंबर 2 में लाल दरवाजा स्थित बीआरजीएफ योजना से इसी साल बना प्याऊ कई महीनों से बंद है। इस प्याऊ का भी उदघाटन वर्तमान मेयर कुमकुम देवी ने ही किया था।
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क्या कहती हैं मेयर
बंद पड़े प्याऊ को चालू कराने के लिए टेंडर निकाला गया था लेकिन, कोई भी एजेंसी टेंडर में भाग नहीं लिया। दोबारा से टेंडर निकाली जाएगी ताकि बंद पड़े प्याऊ को दुरुस्त कराया जा सके। - कुमकुम देवी, मेयर, मुंगेर नगर निगम