फर्जी मोबाइल सिम के जरिये घटना को अंजाम देते हैं अपराधी
- मुफस्सिल थाना में चार, धरहरा-असरगंज में दो- दो, बरियारपुर, हरपुर और खड़गपुर थाना में एक-एक मामला दर
- मुफस्सिल थाना में चार, धरहरा-असरगंज में दो- दो, बरियारपुर, हरपुर और खड़गपुर थाना में एक-एक मामला दर्ज हैं, जिनमें फर्जी मोबाइल सिम का उपयोग किया गया है
प्रशांत, मुंगेर, जागरण संवाददाता : पुलिस गिरफ्त में आने से बचने के लिए अब अपराधी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में फर्जी मोबाइल सिम का धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में कांड के बाद पुलिस अनुसंधान फर्जी दस्तावेज की जांच पर जाकर अटक जाती है और अपराधी पुलिस गिरफ्त में आने से बच जाते हैं। लेकिन, अब फर्जी मोबाइल सिम के मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। भागलपुर आइजी बच्चू सिंह मीणा ने वैसे कांड जिनमें फर्जी मोबाइल सिम का उपयोग किया गया है। उसका बेहतर तरीके से अनुसंधान करने के निर्देश दिए हैं।
आइजी द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार जिला के मुफस्सिल थाना के चार, धरहरा के दो, असरगंज के दो, बरियारपुर के एक, हरपुर के एक और खड़गपुर थाना में एक मामला दर्ज है। जिनमें फर्जी मोबाइल सिम का इस्तेमाल किया गया है। इन सभी कांडों में मोबाइल के इएमआई नंबर के जरिये जहां वास्तविक मोबाइल धारक का पता लगाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, फर्जी दस्तावेज के आधार पर मोबाइल सिम बेचने वाले दुकानदारों को भी चिह्नित करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इधर, एएसपी संजय सिंह ने कहा कि फर्जी आइडी पर मोबाइल बेचने वाले दुकानदार व संबंधित कंपनियां भी इसके लिए जिम्मेवार है। ट्राइ द्वारा स्पष्ट गाइड लाइन जारी किया गया है कि उपभोक्ताओं द्वारा दिए गए दस्तावेज या पहचान पत्र का सत्यापन करने के बाद ही मोबाइल सिम निर्गत किया जाए। इस निर्देश का अगर कोई उल्लंघन करता है, तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।