उवि में शिक्षक नहीं रहने से छात्रों के करियर पर लगा प्रश्न चिन्ह
बरियारपुर(मुंगेर) संवाद सूत्र : प्रखंड में उच्च शिक्षा के लिए चार मध्य विद्यालयों को अपग्रेड कर उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया, लेकिन इन विद्यालयों में शिक्षकों क नियुक्ति नहीं होने से छात्रों का भविष्य अधर में है। शिक्षक के अभाव में यहां के छात्र एवं छात्रओं को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल रहा है। शिक्षक के अभाव में बिना पढ़ाई के ही विद्यार्थी मैट्रिक भी पास कर गये। ऐसे में उच्च शिक्षा की बेहतरी की आशा करना बेमानी होगी। विदित हो कि तीन वर्ष पूर्व दियारा स्थित मध्य विद्यालय माणिक मंडल टोला, मध्य विद्यालय हंसु मंडल टोला, मध्य विद्यालय कल्याणपुर एवं मध्य विद्यालय रतनपुर को उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया। इनमें से रतनपुर में कुछ शिक्षकों का नियोजन हुआ है, लेकिन बाकी तीन विद्यालयों में आजतक शिक्षक का नियोजन नहीं हो पाया है। जानकारों की माने तो फिर से क्षेत्र के कई विद्यालयों को अपग्रेड करने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। स्थानीय विनय कुमार गुड्डु, विनोद कुमार, राजेश कुमार, मनोज कुमार सिंह आदि का कहना है कि पूर्व में अपग्रेड किये गये विद्यालयों में शिक्षकों का नियोजन नहीं होने से क्षेत्र के एक हजार से अधिक विद्यार्थियों के कैरियर से खिलवाड़ किया जा रहा है। छात्रों को किसी तरह टयूशन पढ़कर मैट्रिक की परीक्षा देनी पड़ी। इस संबंध में बीईओ ने कहा कि प्रशिक्षित शिक्षक कम होने के कारण नियोजन में देरी हुई।