फार्म बिक्री व जमा करने तक सीमित हुआ डाकघर
संवाद सूत्र, मुंगेर : डाकघरों की उपयोगिता सिर्फ फार्म बेचने व जमा करने तथा सरकारी पत्राचार तक सीमित रह गया है। डाकघर द्वारा इन सुविधाओं के अतिरिक्त समाज को जो मिलना चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है। या यूं कहें कि डाकघर अपनी सेवाओं के प्रति कोई जागरूकता नहीं फैला रही है। इसलिए लोग अन्य सुविधाओं व सेवाओं से अनभिज्ञ हैं।
बीपीएसइ के फार्म के लिए लग रही है भीड़
प्रधान डाकघर मुंगेर में बीपीएसइ के फार्म के लिए प्रतिदिन लंबी कतार देखने को मिल सकती है। 2 सितंबर से फार्म मिलना शुरु हुआ है। अब तक मुंगेर प्रमंडल में करीब तीन हजार फार्मो की बिक्री हो चुकी है। इसमें सामान्य और एससी-एसटी दोनों ही वर्गो के फार्म शामिल हैं। पूरे प्रमंडल में सिर्फ चार जगह जुमई, मुंगेर, लखीसराय व शेखपुरा के डाकघर से ही फार्म मिल रहे हैं। इस कारण जिला मुख्यालय से दूर दराज गांवों से विद्यार्थियों की भारी संख्या फार्म लेने की लिए उमड़ रही है। बावजूद इसके प्रतिदिन सिर्फ 150 से 200 फार्म की बिक्री ही हो पा रही है।
कितने फार्म बचे हैं डाकघरों में
अबतक मुंगेर प्रमंडल में करीब 3000 बीपीएसइ फार्मो की बिक्री हो चुकी है। प्रमंडल के प्रधान डाक घर में जमुई, मुंगेर, लखीसराय और शेखपुरा के लिए कुल 10550 फार्म आए थे। इसमें सामान्य वर्ग के 8100 फार्म व एससी, एसटी वर्ग के लिए 2450 फार्म थे। 2 सितंबर से अब तक सामान्य वर्ग के करीब 2100 फार्म व एसी-एसटी कोटे के 700 फार्म बिक चुके हैं।
कहां कितने फॉर्म का कोटा
मुंगेर : कोटा बिक्री
सामान्य वर्ग - 4000 972
एसी-एसटी वर्ग - 1000 287
जमुई :
सामान्य वर्ग - 2200 476
एसी-एसटी वर्ग - 800 212
लखीसराय :
सामान्य वर्ग - 1200 332
एसी-एसटी वर्ग - 350 100
शेखपुरा :
सामान्य वर्ग - 700 221
एसी-एसटी वर्ग - 300 93