सर! नहीं मिलता है गुणवत्तायुक्त भोजन..
मुंगेर, संवाद सूत्र : बिहार विधानसभा के अनुसूचित जाति, जनजाति कल्याण समिति का दो सदस्यीय टीम ने मंगलवार को कई विभागों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में समिति के सदस्यों को बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां मिली है। समिति के संयोजक सह दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान विधानसभा क्षेत्र के विधायक शशिभूषण हजारी के नेतृत्व में टीम ने एफसीआई गोदाम का औचक निरीक्षण किया। गोदाम में सड़ रहे अनाज को देख समिति के सदस्यों ने अधिकारियों की जम कर क्लास ली। वहीं, सदर अस्पताल में निरीक्षण के दौरान प्रसव वार्ड की मरीजों ने खाना व दवा नहीं मिलने की शिकायत की। गंदगी व कुव्यवस्था पर विधानसभा कल्याण समिति में शामिल विधायक भड़क उठे। सिविल सर्जन डॉ. जवाहर प्रसार को जहां खाना में सुधार के कड़े निर्देश दिए। वहीं, रोगी कल्याण समिति से दवा खरीद कर मरीजों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
सदर प्रखंड कार्यालय स्थित राजकीय डॉ. अंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने विधानसभा कल्याण समिति के सदस्यों के समक्ष घटिया भोजन और स्टेशनरी सामग्री नहीं मिलने की शिकायत की। स्कूली बच्चों की समस्याओं को गंभीरता से सुनने के बाद टीम में शामिल विधायकों ने जिला कल्याण पदाधिकारी कुमार प्रेमनाथ से जवाब तलब किया। विधायकों ने स्कूली बच्चों को मीनू के हिसाब से खाना-नाश्ता और समय पर स्टेशनरी सामग्री मुहैया कराने का निर्देश दिया। औचक निरीक्षण के बाद परिसदन में पत्रकारों को विधानसभा के अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण समिति के संयोजक शािश्भूषण हजारी और वैशाली जिले के राजापाकर विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय कुमार ने बताया कि जांच के दौरान विभिन्न विभागों में बड़े पैमाने पर अनियमितता मिली है। कार्रवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को अपना जांच रिपोर्ट सौपेंगे। बिहार विधानसभा अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण समिति के संयोजक सह विधायक श्री हजारी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के विकास में बिचौलिए सबसे बड़ी बाधक है। बिचौलिए के कारण इस वर्ग तक विकास की सही राशि नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने कहा कि बिचौलिए पर लगाम लगाने के लिए समिति ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। मौके पर भागलपुर के पीरपैंती के विधायक अमन कुमार भी उपस्थित थे।