मुंगेर:कुख्यात रंजन बिंद चढ़ा पुलिस के हत्थे
मुंगेर, जागरण संवाददाता : कुख्यात अपराधी और पूर्व नक्सली रंजन बिंद मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसके साथ उसके तीन गुर्गे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रंजन की गिरफ्तारी न्यू पुलिस लाइन के सामने कासिमबाजार थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर मुहल्ले से हुई।
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए एसपी वरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि मंगलवार को रंजन बिंद और उसके सहयोगी बरियारपुर थाना क्षेत्र के घोरघट कल्याणपुर से एक शिक्षक का अपहरण करने वाला था। शिक्षक सुल्तानगंज का रहने वाला है। वह प्रत्येक दिन साइकिल से कल्याणपुर स्टेशन जाता था। वहां से ट्रेन से अपने घर सुल्तानगंज जाता था।
एसपी ने कहा कि शिक्षक के अपहरण की योजना की जानकारी मिलने के बाद खड़गपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार, बरियारपुर थानाध्यक्ष गौतम कुमार, कोतवाली थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा, नयारामनगर थानाध्यक्ष पवन कुमार, पूरबसराय ओपी प्रभारी कुमार सन्नी, बासुदेवपुर ओपी प्रभारी राजीव रंजन श्रीवास्तव, गंगटा थानाध्यक्ष शंभू पासवान, शामपुर थानाध्यक्ष मुकेश पासवान आदि के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने मंगलवार की सुबह शास्त्रीनगर मुहल्ले रंजन बिंद को गिरफ्तार कर लिया। फिर उसकी निशानदेही पर हरपुर थाना क्षेत्र के माधोडीह निवासी प्रकाश यादव, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुली निवासी परशुराम और धनंजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक बाइक भी बरामद किया गया। शिक्षक के अपहरण को लेकर रंजन बिंद और उसके सहयोगियों ने तौफिर दियारा के एक व्यक्ति का स्कार्पियो भी किराया पर ले लिया था।
एसपी ने कहा कि रंजन बिंद पहले नक्सल संगठन में काम करता था। बाद में संगठन छोड़ने के बाद उसने अपना गैंग बना लिया। पांच वर्ष से रंजन बिंद अपहरण व लूट की घटना को अंजाम दे रहा था। फिरौती की रकम से उसने अकूत संपत्ति भी अर्जित कर ली। उसने हरियाणा के फरिदाबाद सेक्टर 4 में एक आवासीय भूखंड भी खरीदा है। जिस पर पांच कमरे बने हुए हैं। तीन में फल की दुकान चल रही है। वहीं, एक टैक्सी भी किराये पर चलवाता है। एसपी ने कहा कि रंजन बिंद की संपत्ति जब्त करने को लेकर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को लिखा जा रहा है। फिरौती व लूट के जरिये जमा की गई संपत्ति को प्रीवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। रंजन के तीन एटीएम और खाते को पहले से ही फ्रिज करा दिया गया है। गिरफ्तारी अभियान में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
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