नक्सली हमले में दो जवान शहीद, आठ जख्मी
जेएनएन, जमुई/मुंगेर : वोट बहिष्कार की लगातार चुनौती दे रहे नक्सलियों ने मतदान की सुबह गुरुवार को खूनी खेल खेला। सवा लाख स्थान के पास नक्सलियों द्वारा लैंडमाइंस विस्फोट के बाद ताबड़तोड़ की गई फायरिंग में सीआरपीएफ के दो जवान शहीद, जबकि आठ जख्मी हो गए। यह घटना खड़गपुर पुलिस अनुमंडल के नक्सल प्रभावित गंगटा सहायक थाना क्षेत्र के पास हुई। मालूम हो कि यहां से एक किमी की दूरी पर पांच जनवरी 2005 को नक्सलियों ने मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मियों की भी विस्फोट कर हत्या कर दी थी। चुनावी ड्यूटी में जा रहे जवान भीमबांध सीआरपीएफ कैंप के 131वीं बटालियन के थे। घटना की बाबत जख्मी जवान विक्रम सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 3.30 बजे भीमबांध से कुछ मैजिक वाहनों पर सवार होकर सीआरपीएफ के जवान निकले थे। सवा लाख बाबा स्थान से लगभग 200 गज की दूरी पर वाहन लगा कर जवान पैदल चलने लगे। कुछ जवान वाहन में भी रह गए। इसी दौरान सबसे पीछे वाले वाहन के पास जोरदार धमाका हुआ। नक्सलियों ने लैंडमाइंस विस्फोट किया था। धमाके के तुरंत बाद ही पत्थरों की ओट लेकर नक्सलियों ने अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करने पर नक्सली अंधेरे का लाभ उठा कर जंगल की ओर भाग निकले। दोनों ओर से लगभग 200 गोलियां चलाई गई। जख्मी जवानों को पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हवेली खड़गपुर लाया गया। यहां से इन्हें बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया। भागलपुर से चार जवानों को बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से पटना भेजा गया है। इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद भागलपुर जोन के आइजी जीतेंद्र कुमार, मुंगेर डीआइजी सुधांशु कुमार, डीएम नरेंद्र कुमार सिंह, एसपी वरुण कुमार सिन्हा, एएसपी संजय सिंह, सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट आदि ने घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने शहीद जवानों के शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद इन्हें सीआरपीएफ कैंप, मोकामा भेज दिया। पोस्टमार्टम के दौरान शहीद सोने के शरीर से दो एवं रवीन्द्र के शरीर से एक गोली निकली है। घटनास्थल से लेंस लगा हुआ रिमोट एवं कुछ खोखे बरामद हुए हैं।
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:- शहीद जवान
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- रवींद्र कुमार राय (40), छपरा
- सोने गौरा (45), बंगलुरु
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:- जख्मी जवान
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- अशोक बसेरा (जमुई)
- राघवेन्द्र सिंह (उत्तर प्रदेश)
- विश्वनाथ (उत्तर प्रदेश)
- धर्मात्मा कुमार सिंह (आरा)
- रामपाल (उत्तर प्रदेश)
- विक्रम सिंह (उत्तर प्रदेश)
- धर्मपाल (हरियाणा)
- मनोज यादव (हाजीपुर)
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(इनसेट)
मुंगेर की प्रमुख नक्सली घटनाएं (एक नजर में)
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- 31 मई 2007 को बंगलवा पंचायत के सतघरवा टिलहाटांड़ निवासी रामचंद्र यादव व अनिल यादव की हत्या
- 27 मार्च 2008 को महगामा निवासी अर्जुन यादव की हत्या
- 27 मई 2008 को आजिमगंज पंचायत में चौकीदार सुभुक पासवान की हत्या
- 29 अगस्त 2008 को पंचरुखी कुदरताबाद निवासी फंटूस यादव व कमलेश्वरी यादव की हत्या
- 22 सितंबर 2010 को बंगलवा पंचायत की मुखिया सूलो देवी के घर पर हमला, भोला कोड़ा को घायल किया
- 25 फरवरी 2011 को बंगलवा बाजार में भासो साह को गोली मारकर जख्मी किया
- 3 जुलाई 2011 को बंगलवा पंचायत के करेली गांव में छह लोगों की हत्या, 11 को बंधक बनाया
- 24 नवंबर 2009 को खड़गपुर के निर्माणाधीन अनुमंडल कार्यालय को विस्फोट कर उड़ाया
- 06 जनवरी 2010 को धरहरा के दो विद्यालयों को विस्फोट कर उड़ाया
- 07 फरवरी 2010 को धरहरा मसूदन के समीप विस्फोट कर रेल पटरी उड़ाई
- 01 मार्च 2010 को खड़गपुर के गंगटा में चौकीदार सहित दो की गला रेत कर हत्या
- 01 जनवरी 2008 को ऋषिकुंड में चार सैप जवानों की हत्या कर शस्त्र लूटे
- 25 दिसंबर 2008 को कजरा में जनसेवा ट्रेन पर हमला
- 26 अगस्त 2009 को खड़गपुर के मुखिया पुत्र वरुण पासवान की हत्या
- 11 मार्च 2009 को खड़गपुर के परसंडो गांव में जदयू नेता मनोज सिंह की गला रेत कर हत्या
- 30 नवम्बर 2013 को साहिबगंज इंटरसिटी ट्रेन पर हमला, एक जवान शहीद