स्वस्थ रहने को पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी
घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास संघ, जगतपुर, मधुबनी द्वारा बिहार राज्य में जलवायु परिवर्तन सुरक्षित परम्परागत स्वास्थ्य संस्कृति कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूह, महिला मंडल, आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा के बीच एनिमिया, ल्यूकोरिया तथा महिला सबंधी रोग विषयक जागरुकता कार्यशाला का आयोजन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सुग्गापट्टी में किया गया।
मधुबनी। घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास संघ, जगतपुर, मधुबनी द्वारा बिहार राज्य में जलवायु परिवर्तन सुरक्षित परम्परागत स्वास्थ्य संस्कृति कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूह, महिला मंडल, आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा के बीच एनिमिया, ल्यूकोरिया तथा महिला सबंधी रोग विषयक जागरुकता कार्यशाला का आयोजन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सुग्गापट्टी में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित डा. नजीबुर्र रहमान, नीलम कुमारी एएनएम, हीरा देवी, मुन्नी कुमारी, आंगनबाड़ी सेविका सरिता देवी, आशा चन्द्रकला देवी, वैद्य हरि प्रसाद ¨सह, शैलेन्द्र कुमार कर्ण द्वारा किया गया। कार्यक्रम का विषय प्रवेश संघ के कार्यकर्ता शैलेन्द्र कुमार कर्ण द्वारा किया गया। चर्चा करते हुए शैलेन्द्र कुमार ने कहा जो, निमियां, ल्यूकोरिया खासकर महिलाओं से संबंधी जो रोग है उस पर आज के कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
डा. नजीर्बुरहमान ने कहा कि शरीर में खून की कमी से होती है। इससे बचने के लिए पौष्टिक आहार लेना चाहिए। हरा साग-सब्जी का उपयोग भोजन में नियमित रूप से करना चाहिए।
वैद्य हरि प्रसाद ¨सह ने कहा कि प्रत्येक दिन भोजन में साग का सेवन करना चाहिए। साग से अत्यधिक लौह तत्व एवं विटामिन की प्राप्ति होती है जिससे एनिमियां से बचा जा सकता है। नीलम कुमारी ने भी एनिमियां से बचाव की जानकारी दी। कहा कि इससे बचाव लिए अत्यधिक हमें हरा साग-सब्जी, चुकन्दर, केला खाना में लेना चाहिए। चर्चा में मुन्नी कुमारी, विमल कुमार ¨सह, बासुदेव दास, प्रशांत कुमार, रामभरोस साह, सरिता देवी, आंगनबाड़ी सेविका, आशा उषा देवी ने भाग लिए। अंत में बासुदेव दास द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।