स्कूल नहीं, बकरी चराते हैं दलित बच्चे
महादलित बस्ती में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं
मधवापुर (मधुबनी), निज प्रतिनिधि : प्रखंड क्षेत्र के बासुकी मुसहरी टोल की महादलित बस्ती बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। इससे स्थानीय लोगों में नेताओं एवं अधिकारियों के प्रति काफी नाराजगी देखी जा रही है। इस बस्ती में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली की समुचित व्यवस्था नहीं हो सकी है। सरकार प्रायोजित तमाम महादलित उत्थान की योजना बीस फीसदी भी धरातल पर नहीं उतर सकी है।
दर्जनों परिवारों को इंदिरा आवास की योजना, केरोसिन कूपन, खाद्यान्न कूपन से वंचित होना पड़ रहा है। इस संबंध में महादलित मुहल्ला वासी रामवृक्ष संघ, मनोहर सादा सहित कई लोगों ने बताया कि इस बस्ती पर किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं है। अभी भी यहां के बच्चे बकरी चराने एवं पत्ता चुनने को बाध्य हैं। इस मुहल्ले में एक भी विद्यालय नहीं है और न ही किसी सरकारी योजना का लाभ यहां के लोगों को मिल रहा है। पांच सौ की आबादी पर केवल दो चापाकल हैं, वहीं रोशनी के लिए लगाई गई सोलर लाइट वर्षो से खराब पड़ी हुई है। इससे शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत अनुदानित दर पर शौचालय यहां के लोगों के लिए सपना बना हुआ है। इसके चलते पूरी आबादी खुले मैदान में शौच करने को बाध्य है। इतना ही नहीं इस बस्ती के लोग जब गंभीर बीमारी से त्रस्त होते हैं तो छह किलोमीटर दूर मधवापुर स्थित पीएचसी आकर इलाज कराते हैं। कभी कभार गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति की मौत रास्ते में ही हो जाती है। इस संबंध में पंचायत के मुखिया राजकिशोर यादव ने बताया कि बस्ती के करीब 15 लोगों को इंदिरा आवास का लाभ दिया गया है तथा अन्य योजनाओं का भी लाभ इन्हें देने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
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