अण्डर पास निर्माण में आम लोगों की सहूलियत का ध्यान नहीं
मधुबनी। रेलवे के अमान परिवर्तन का कार्य द्रुत गति से चल रहा है लेकिन झंझारपुर के आम नागरिकों के लिए
मधुबनी। रेलवे के अमान परिवर्तन का कार्य द्रुत गति से चल रहा है लेकिन झंझारपुर के आम नागरिकों के लिए यह अभी जी का जंजाल बन गया है। नियम और परिपाटी है कि अण्डर पास बनानेवाली जगह पर आने जाने के लिए रेलवे डायवर्सन बनाती है। रेलवे ने नवटोल गुमटी पर ऐसा डायवर्सन बनाया भी है लेकिन कैथिनियां-पथराही गुमटी पर तीन दिनों से शुरू हुआ अण्डर पास निर्माण में रेलवे ने आम लोगों की सहूलियत का ध्यान नहीं रखा। एक डायवर्सन ऐसे जगह बनाया गया जो सिर्फ झंझारपुर बस स्टैण्ड को रेलवे स्टेशन बाजार से जोड़ रही है लेकिन मधेपुर तथा फुलपरास की ओर जानेवाले यात्रियों का कोई ख्याल नहीं रखा गया। फलस्वरूप गाड़ियां तो नहीं ही जा रही है, पैदल यात्री भी परेशान व हलकान हैं।
सोमवार सुवह जागरण ने इसमें पहल की और एसडीओ विमल कुमार मंडल को लोगों की हो रही परेशानी से अवगत कराया। जागरण की पहल पर एसडीओ उक्त स्थल पर पहुंचे और लोगों की परेशानी को नजदीक से देखा। एसडीओ ने आम लोगों को आश्वस्त किया कि हॉस्पीटल होकर बाईक, साईकिल एवं पैदल यात्रियों के लिए वे वैकल्पिक उपाए करेंगे। इसके लिए रेलवे के अधिकारियों से बात करेंगे। फुलपरास की ओर जाने के लिए काली मंदिर प्रांगण से पैदल यात्रियों को निकलने की तत्काल व्यवस्था एसडीओ श्री मंडल ने की और कहा कि मंदिर के पीछे से तत्काल बाईक वगैरह निकालने की भी व्यवस्था की जाएगी। इधर, सभी बड़ी गाड़ियां नवटोल गांव होकर मधेपुर की ओर आ जा रही है। इस रास्ता में बड़ी गाड़ियों का चलना जोखिम से भरा है। कई जगह पर बिजली का नंगा तार बस के छत की पहुंच से थोड़ा उपर होकर ही गुजर रहा है। खुलकर विद्युत के कई जबाबदेह अधिकारियों ने कोई टिप्पणी तो नहीं की लेकिन अधिकारियों के माथे का पसीना किसी अनहोनी की आशंका में छूटे जा रहे हैं।