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ग्रामीणों, छात्र-छात्राओं ने काटा बवाल

मधुबनी। मधेपुर प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय नीमा में ग्रामीणों एवं छात्र-छात्राओं ने सोमवार को

By Edited By: Published: Mon, 27 Jul 2015 11:04 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2015 11:04 PM (IST)
ग्रामीणों, छात्र-छात्राओं ने काटा बवाल

मधुबनी। मधेपुर प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय नीमा में ग्रामीणों एवं छात्र-छात्राओं ने सोमवार को जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों एवं छात्र-छात्राओं ने डीईओ के उस आदेश के खिलाफ जमकर प्रदर्शन और तालाबंदी की जिसमें पूर्व प्रधानाध्यापिका रीता कुमारी को पुन: प्रभारी प्रधानाचार्य बनाने का आदेश निर्गत है। डीईओ का आदेश हालांकि वरीयता के आधार पर लिया गया है। लेकिन ग्रामीण उक्त प्रधानाध्यापिका रीता कुमारी को ईमानदार नहीं मानते। आरोप है कि रीता कुमारी जब प्रभारी प्रधानाध्यापिका थी तो उस समय पोशाक एवं छात्रवृत्ति योजना में उनके द्वारा कथित धांधली की गई। इसी आरोप के कारण ग्रामीणों ने सोमवार को अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर दी। ग्रामीण रीता कुमारी का स्थानान्तरण किसी दूसरे विद्यालय में करने की मांग कर रहे थे। विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष भगवानदाय देवी के नेतृत्व में किए गए तालाबंदी में शिक्षा समिति के सचिव शुभकला देवी, शिक्षा समिति के सदस्य अमेरिका देवी, बुचिया देवी, दाना देवी, लीला देवी, वीणा देवी, शिबू यादव व ग्रामीण विनोद यादव, दिनेश यादव सहित दर्जनों लोग एवं विद्यालय के छात्र-छात्रा शामिल थे। ग्रामीणों के अनुसार सोमवार को की गई तालाबंदी की सूचना पूर्व नियोजित थी जिसकी जानकारी बीडीओ मधेपुर को दी गई थी। पूर्व सूचना के बावजूद मधेपुर प्रखण्ड प्रशासन की ओर से तालाबन्दी को रोकने अथवा उग्र ग्रामीणों से बात करने के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी उपलब्ध नहीं था। बाद में सूचना मिलने पर बीईओ ने सीआरसीसी मनीष पाठक को भेजा और किसी तरह ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामला शांत किया गया। हालांकि मधेपुर बीडीओ ने इस बाबत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इधर, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि पूर्व में ग्रामीणों की शिकायत पर रीता कुमारी को प्रभारी प्रधानाध्यापिका के पद से हटाकर सुभाष कुमार चौधरी को प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाया गया था। इस बीच जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्रांक 1637 दिनांक 7 जुलाई 15 द्वारा वरीयता के आधार पर पुन: रीता कुमारी को प्रभार सौंपने का आदेश दिया गया है। परन्तु सुभाष कुमार चौधरी द्वारा अभी तक रीता कुमारी को प्रभार नहीं सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के आरोप के क्रम में की गई जांच के दौरान उक्त रीता कुमारी ने पोशाक एवं छात्रवृत्ति मद की राशि का वाउचर जमा नहीं किया। वहीं दूसरी ओर पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापिका रीता कुमारी ने इस तालाबंदी की घटना को लेकर बीडीओ मधेपुर सहित अन्य वरीय अधिकारियों को एक आवेदन दिया है। जिसमें कहा गया है कि सोमवार को वह कक्षा संचालन कर रही थी उसी वक्त सुभाष कुमार चौधरी, संतोष कुमार झा, विनोद यादव, अरुण यादव, लालेश्वर यादव, सूर्य नारायण यादव, दिनेश यादव सहित अन्य ग्रामीण मिलकर जबरन वर्गकक्ष से धक्का देकर बाहर कर दिया। शिक्षक उपस्थिति पंजी को फाड़ डाला और मेरे साथ मारपीट भी की। उन्होंने महिला उत्पीड़न से बचाने की गुहार अधिकारियों से लगाई है।


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