श्रीराम-जानकी विवाह बारात जगह-जगह भव्य स्वागत
बेनीपट्टी (मधुबनी), संस : श्रीराम जानकी विवाह को लेकर अयोध्या से आई शोभा यात्रा की शक्ल में बारात को
बेनीपट्टी (मधुबनी), संस : श्रीराम जानकी विवाह को लेकर अयोध्या से आई शोभा यात्रा की शक्ल में बारात को बेनीपट्टी में लोगों ने भव्य स्वागत कर पुष्प की वर्षा की। बारात की आरती उतारी और मंगल गीतों का गायन हुआ। पाच साल पर अयोध्या से बारात आने के बाद लोगों में भारी उत्साह दिखा। बारात के स्वागत में जगह-जगह तोरण द्वार बनाया गया था। वहीं बाजार की सड़कों की साफ-सफाई की गई थी। सैकड़ों की संख्या में बाइक पर सवार लोगों ने बसैठ से अगुवानी कर राम-जानकी बारात को बेनीपट्टी लाया। बाजार के सुल्तानिया वस्त्रालय के निकट आस्था विकास ट्रस्ट के निदेशक डॉ. पीआर सुल्तानिया, सचिव सरोज सुल्तानिया के नेतृत्व में अवध से आए बारात में शामिल साधु-संतों को पाग दोपटा व फुल के माला पहनाकर सम्मानित किया गया। अयोध्या से निकली बारात में ऋषिकेश के संत डा. रामाश्रय दास, कौशल किशोर दास जी महराज, मगतमाली दास जी महराज, परमेश्वर दास जी महराज, विमल शरण जी महराज सहित कई संत महात्मा शामिल थे। बारात का स्वागत करने वालों में डा. पीआर सुल्तानिया, श्यामसुन्दर सुल्तानिया, श्रवण सुल्तानिया, प्रो. योगानंद झा, प्रो. शरतचंद्र झा, सरपंच पवन झा, निखिलेश झा, ओम सिघानिया, भरत सिघानिया, इन्द्रशेखर झा बाबा, राम शोभित पंडित, हेमानंद झा, मोहन गिरि, कृष्णचंद्र झा पंडित, राधामोहन मिश्र, श्याम नारायण झा, अशोक प्रसाद सिंह, भगवान जी झा, प्रो. धीरेन्द्र झा, कमल कुमार झा, हरि झा, पंकज झा, जय सुन्दर मिश्र सहित कई लोग मौजूद थे।
बिस्फी संस : अवध से चली श्रीराम की बारात पार्टी का दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। नर-नारियों द्वारा की गई आरती देखते ही बनता था। जनसैलाब को देखकर ऐसा लग रहा था मानो स्वयं भगवान अवध से जनकपुर जा रहे हों। चहुटा के सीमा में प्रवेश करते ही पुष्प की वर्षा एवं आरती से स्वागत किया। यहां सुरेंद्र कुमार, रतिकात चौधरी, नरेश कुमार यादव, रूपेश चौधरी की अगुआई में लोगों ने स्वागत किया। बारात पार्टी का दूसरा पड़ाव जगवन स्थित याज्ञवल्क्य स्थान में रहा। यहां मुखिया कुलेश सिंह, विजय यादव, विश्वनाथ मिश्र, लालबाबू साह ने बारात पार्टी का स्वागत किया।
अहिल्या स्थान में बारात पार्टी दो घटा तक रूकी। यहा प्रज्ञा रानी एवं सोनाक्षी सोनम द्वारा जनक दूलारी, मिथिला प्यारी के मन में बसे श्रीराम एवं 'राम लखण सिया सुन्दर वर के जुनि पढि़यनु अहा गारी हे' जैसे गीतों से यहां का वातावरण में सीताराम विवाह का अनुभव होने लगा। अहिल्या स्थान में शैलेंद्र कुमार के नेतृत्व में अंजनी निशाद, रविन्द्र ठाकुर, विनोद कुमार, छोटे, रविशकर मिश्र, उमेश ठाकुर, बालाजी आदि लोगों ने हजारों की संख्या में स्वागत किया।
हरलाखी संसू : प्रखंड क्षेत्र के फुलहर गिरजा स्थान में अयोध्या से जनकपूर जा रही श्रीराम बारात के स्वागत करने के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। जैसे जैसे बारात गावो से गुजरती गयी वैसे-वैसे फुल मालाओं की बरसात होती रही। बारात जब गिरजा महारानी की दर्शन करने फुलहर पहुंची। वहा पर बाबा रामभूषण दास निर्मोही, हरी यादव, अशोक शर्मा, उमेश गिरी व पूर्व मुखिया रामचंद्र महतो ने बारातियों का फुल मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया। मौके पर विश्व हिन्दु परिषद सह प्रभारी मंत्री मधुबनी महेश कुमार सिंह, प्रदेश मंत्री जवाहर झा संगठन ंमत्री राकेश कुमार रंजन, समेत अन्य लोग मौजूद थे।
मधवापुर संस : श्रीराम -जानकी विवाह को लेकर अयोध्या से चली श्रीराम बारात रविवार की शाम विश्वामित्र आश्रम बिशौल से फुलहर, साहरघाट, मधवापुर होते हुए मटिहानी पहुंची। यहा मटिहानी मठ के महंत जग्रनाथ दास वैष्णव सहित ग्रामीणों ने बारातियों का भव्य स्वागत किया। लोगों ने मंगल गीत गाए, महंत जग्रनाथ दास ने भगवान श्रीराम की प्रतीमा एवं बारात में आए साधु संतों की आरती उतारी। वहीं बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरूषों ने पुष्प वर्षाकर बारातियों का भव्य स्वागत् किया। लोग बारातियों का एक झलक पाने को बेताव दिख रहे थे। बारात के स्वागत में साहरघाट से लेकर मधवापुर एवं मटिहानी तक जगह-जगह 51 तोरण द्वारा बनाए गए थे तथा सड़कों को साफ कर लोग अपने घरों के आगे दीप जलाए एवं रोशनी से गाव को सुसज्जित किया गया था। साहरघाट में व्यवसायी सरोज प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में लोग बारात के पहुंचते ही बैंड बाजे के साथ जय श्रीराम का जयकारा लगाते हुए बारातियों की आरती उतारी। इसमें प्रखंड प्रमुख उदयशकर प्रसाद, सीताराम साह, बजरंगी गुप्ता सहित ग्रामीण शामिल थे। मटिहानी मठ में बारातियों को ठहरने की व्यापक व्यवस्था की गई थी। रात्री में बारातियों के भोजन कराया गया। सोमवार सुबह बारात जलेश्वर होते हुए जनकपुरधाम पहुंचेगी। धर्मयात्रा संघ के तत्वावधान में अयोध्या से निकली भगवान श्रीराम की बारात में बड़ी संख्या में संत-महात्मा शामिल थे। वहीं विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मधवापुर थाना पुलिस एवं नेपाली पुलिस बल के जवान मुस्तैद दिखे।