जहां भी पीड़ा होगी वहां कविता होगी
मधुबनी, संस : स्थानीय बाल सैनिक विद्यालय में हिन्दी साहित्य समिति के तत्वावधान में साहित्यिक गोष्ठी
मधुबनी, संस : स्थानीय बाल सैनिक विद्यालय में हिन्दी साहित्य समिति के तत्वावधान में साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन वरिष्ठ साहित्यकार उदय चन्द्र झा बिनोद की अध्यक्षता में हुआ। मौके पर काव्य सृजन का प्रयोजन विषय पर विचार गोष्ठी में संस्था के संयोजक पंकज सत्यम ने कहा कि जब तक सभ्य समाज की परिकल्पना रहेगी काव्य का प्रयोजन बना रहेगा। कथाकार मोहन यादव ने कहा कि जहां शब्द है वही कविता है। विशिष्ट अतिथि सतीश कुमार मिश्र ने कहा कि जिसने प्रकृति को जैसे देखा उसे अपनी लेखनी में उतारा है। अरविन्द प्रसाद ने कहा कि ऊॅं सबसे प्राचीन शब्द है। विशिष्ट वक्ता देव नारायण मिश्र ने कहा कि जब काव्य शास्त्र नहीं था उस समय भी काव्य का अस्तित्व था। अध्यक्षीय भाषण में उदय चन्द्र झा ने कहा कि जहां भी पीड़ा होगी वहां कविता होगी और काव्य सृजन का प्रयोजन चिरकाल तक बना रहेगा। कवि गोष्ठी सत्र में प्रीतम निषाद, अजित आजाद, शुभ कुमार वर्णवाल, भोलानंद झा, सरोज कुमार ठाकुर, पंकज सत्यम, उदय चन्द्र झा, मोहन यादव, गोपाल झा अभिषेक, सतीश कुमार मिश्र, दिलीप झा सहित अन्य ने अपनी अपनी कविताओं का पारायण किया और श्रोताओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। कवि गोष्ठी का संचालन विनय विश्वबंधु ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डा.उमाकांत ने किया।