गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नाम पर मजाक : रामप्रीत
खजौली (मधुबनी),संस : राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नाम पर मजाक कर रही है। एक साजिश के तहत सरकार गरीब, अकलियत दबे एवं कुचले परिवार के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर रही है। उक्त बातें पूर्व विधायक रामप्रीत पासवान ने क्षेत्र भ्रमण के क्रम में खजौली पहुंचने पर सोमवार को पत्रकारों से कही। उन्होने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के नाम पर अनेक तरह के प्रशिक्षणों का आयोजन कर पानी की तरह पैसे तो बहाए जा रहे हैं, किन्तु सत्र का करीब आधा समय बीत जाने के बावजूद अब तक बच्चों को किताब नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि वर्ग एक से आठ तक के बच्चों की परीक्षा नहीं ली जा रही है। अगर परीक्षा ही नहीं ली जाएगी तो छात्रों का मूल्याकण का आधार क्या होगा। अगर राच्य सरकार बच्चों को समय पर किताब नहीं दे सकती है तो उसे किताब क्रय के लिए ससमय उतनी राशि ही उपलब्ध करवा दे। महादलित परिवारों की स्थिति तो और दयनीय हो गई है। सरकारी स्कूलों पर निर्भर के कारण उनके बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर 15 दिनों के अंदर जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में बच्चों के लिए किताब उपलब्ध नहीं करवाई गई तो जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में तालाबंदी करेंगे। इस मौके पर गंगा प्रसाद यादव, अर्जुन सिंह, शुभाष कुंवर, रामबाबू सिंह आदि मौजूद थे।