मनचले करे परेशान तो बेहिचक लें पुलिस का साथ
मधेपुरा । जागरण पहल व महिला विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में सपनों को चली छूने कार्यक्रम का आगाज किया गया।
मधेपुरा । जागरण पहल व महिला विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में सपनों को चली छूने कार्यक्रम के दूसरे सत्र में टॉक शो हुआ । टॉक शो में कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं ने विशेषज्ञों से बेधड़क सवाल पूछे । छात्राओं के सवाल से ही पता चलता है कि छात्राएं खुद कितना जागरूक हो गयी है । पीएस कॉलेज में हुए कार्यक्रम में पहला सवाल होली क्रॉस स्कूल की शिक्षिका आशा झा ने किया । इन्होंने पूछा कि स्कूल ,कॉलेज जाने वाली छात्राओं के चौक चौराहे पर कई बार लफंगों की वजह से असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है । ऐसे में लड़कियों को क्या करना चाहिए । इस पर जिला स्वास्थ्य समिति के हेल्थ कांउसलर सुधा संध्या ने बताया कि इस तरह की परिस्थितियों में छात्राओं को आत्म विश्वास के काम लेना चाहिए । ऐसी स्थिति आए तो अविलंब पुलिस को सूचना देनी चाहिए । वहीं इस बात की जानकारी अभिभावक को भी देनी चाहिए ।
होली क्रॉस के 10 वीं की छात्रा का सवाल था कि हम लड़कियां बाहर से तो मजबूत दिखती है लेकिन अन्दर से हमेशा एक भय बना रहता है । इस भय के कैसे समाप्त किया जाए । इस सवाल को जवाब बबिता ¨सह ने देते हुए कहा कि इस तरह की स्थिति लगे तो अभिभावक एवं शिक्षकों से बात करनी चाहिए । उनसे सलाह लें ।
इसके बाद का सवाल सोनालिका सुमन ने पूछा । 10वीं की इस छात्रा ने पूछा कि कानून में ऐसा क्यों प्रावधान है कि नाबालिग रेपिस्ट छोड़ दिया जाता है । इस पर महिला विकास निगम के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि समय आने के साथ कानून में बदलाव हुआ है । दिल्ली निर्भया कांड के बाद नाबालिग से जुड़े मामले में नया कानून बनाया गया । जिसके तहत संगीन अपराधों में शामिल नाबालिग को बालिग ही माना जाएगा । एक छात्रा का सवाल यह रहा कि आखिर लेडिज फस्ट कहकर हमारे प्रति कमजोर नजरिये को दिखाया जाता है । इसका जवाब जागरण पहले के स्टेट कॉडिनेटर हरिओम मिश्रा ने देते हुए बताया कि ऐसा महिलाओं को कमजोर बताने के लिए नहीं बल्कि महिलाओं के प्रति सम्मान दर्शाने के लिए किया जाता है । महिलाओं को सम्मान देने की हमारी पुरानी परम्परा रही है । इसके अलावे रिया, सुहानी आदि छात्राओं ने भी सवाल पूछा ।
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टॉक शो के दौरान महिला थानाध्यक्ष प्रमिला कुमारी ने छात्राओं को बताया कि घर या बाहर कभी भी कुछ असहज करने करने वाली स्थिति हो तो बिना संकोच के अभिभावक एवं शिक्षक को बताना चाहिए । इसके अलावे मेरे मोबाइल पर कभी भी जानकारी दी जा सकती है । वहीं एसआई आरती कुमारी ने छात्राओं को बताया कि किसी भी तरह की घटना के चुपचाप नहीं देखना या सहना चाहिए । कभी भी इस तरह की स्थिति आए तो बेहिचक महिला हेल्पलाइन अथवा महिला थाना को सूचित करना चाहिए ।