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शिक्षकों का फीका रहेगा दशहरा

मधेपुरा। सरकार द्वारा दशहरा तक सभी नियोजित शिक्षकों को वेतन मिलने की घोषणा मधेपुरा साकार नहीं हो पाए

By Edited By: Published: Tue, 13 Oct 2015 08:49 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2015 08:49 PM (IST)
शिक्षकों का फीका रहेगा दशहरा

मधेपुरा। सरकार द्वारा दशहरा तक सभी नियोजित शिक्षकों को वेतन मिलने की घोषणा मधेपुरा साकार नहीं हो पाएगा। तकनीकी पेंच के कारण नियोजित शिक्षक दशहरा के बजाए दिवाली में वेतन मिलने पर पटाखा छोड़ सकेंगे।

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मालूम हो कि चुनावी मौसम में नियोजित शिक्षकों को लुभाने के लिए दशहरा तक नया वेतनमान के तर्ज पर वेतन देने की घोषणा की गयी थी। इतना ही नहीं राज्य के सभी डीपीओ (स्थापना) को इसके लिए आदेश भी जारी कर दिया। लेकिन बिना तकनीकी पक्ष का सहारा लिए यह घोषणा अब हवा हवाई साबित हो रही है। जिला शिक्षा विभाग (स्थापना) से मिली जानकारी के अनुसार दशहरा के पहली पूजा के उपरांत मधेपुरा, घैलाढ़, उदाकिशुनगंज, बिहारीगंज प्रखंड के ही मात्र 70 से 80 प्रतिशत सेवा पुस्तिका स्थापना कार्यालय में पहुंच पाया है। जबकि शेष नौ प्रखंडों का सेवा पुस्तिका आने की रफ्तार काफी धीमी है।

नया वेतनमान में तकनीकी पेंच : शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के कुल 6924 विभिन्न स्तर पर नियोजित शिक्षक है। जिसमें 4481 प्रखंड शिक्षक, 1856 पंचायत शिक्षक, 107 मधेपुरा नगर परिषद तथा 63 मुरलीगंज नगर पंचायत वहीं माध्यमिक, उच्च माध्यमिक तथा पुस्तकालध्यक्ष में 417 शिक्षक हैं। नया वेतनमान से लिए सभी नियोजित शिक्षक अपने विद्यालय प्रधान से हस्ताक्षर के उपरांत अपने अपने प्रखंड संसाधन केन्द्र में जमा करेंगे। प्रखंड संसाधन केन्द्र उक्त सेवा पुस्तिका को जिला शिक्षा कार्यालय (स्थापना) में जमा करेंगे। जिला स्थापना कार्यालय सभी कागजात की संपुष्टि के उपरांत नियोजन इकाई को भजेंगे जो एडवाइस के बाद बैंक तथा स्थापना को लिखित ब्यौरा देंगे। उसका बाद शिक्षकों को नया वेतनमान मिलेगा।

वेतन मिलने से पहले दागदार हुआ कार्यप्रणाली : नियोजित शिक्षकों को वेतन मिलने के जरूरी सेवा पुस्तिका संधारण अपने शुरूआती दौर में विवादों में फंस गया है। सेवा पुस्तिका संधारण में हस्ताक्षर के लिए बीआरसी कर्मियों तथा बीईओ पर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस बाबत जिला पदाधिकारी से लेकर शिक्षा पदाधिकारी तक के चेतावनी का जिला में बीआरसी कर्मी व बीईओ पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। हालत की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध राशि की मांग किये जाने पर स्पष्टीकरण मांगा है। पत्र में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बीईओ पर निर्धारण प्रपत्र पर हस्ताक्षर करने के एवज में दो हजार से तीन हजार राशि मांगने का आरोप लगाया है। वहीं कई शिक्षक व शिक्षक नेताओं का कहना है कि शंकरपुर, कुमारखंड, घैलाढ़, उदाकिशुनगंज, बिहारीगंज, सिंहेश्वर बीआरसर में भी अवैध वसूली की शिकायत है।


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