मांगों को लेकर टीकाकर्मियों ने की बैठक
मधेपुरा। पशुपालन विभाग से सम्बद्ध प्रशिक्षित कृत्रिम गर्भाधान कर्मी एवं टीका कर्मी ने कला भवन परिसर
मधेपुरा। पशुपालन विभाग से सम्बद्ध प्रशिक्षित कृत्रिम गर्भाधान कर्मी एवं टीका कर्मी ने कला भवन परिसर में बैठक कर राज्य सरकार से बकाये का भुगतान, नियोजन एवं अन्य मांगों करने का निर्माण लिया। प्रशिक्षित गर्भाधान कर्मी सुरेश कुमार ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि कृषि प्रधान भारत देश में पशुपालन खास अहमियत रखती है। ग्रामीण क्षेत्र में पशु स्वास्थ्य का सारा भार हम निजी कृत्रिम गर्भाधान कर्मी सह ग्रामीण चिकित्सकों एवं टीकाकर्मियों पर ही रहता है। पशुपालन विभाग भी समय समय पर हमारी सेवा लेती है। लेकिन टीकाकर्मियों का मानदेय भुगतान नही किया जाता है। मधेपुरा जिले में भी वर्षो से टीकाकर्मियों का मानदेय नहीं दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा पशुपालन विभाग को निदेशित काम करने के लिए निजी टीकाकर्मी, पशु पालन और एआई वर्कर गांव गांव घूमकर किसानों की गाय बैल भैंस आदि की जिंदगी बचाते है। उन लोगों की उम्र सीमा भी पार कर चुकी है। बैठक सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि निजी टीकाकर्मी एवं प्रगणकों का बकाया शीघ्र भुगतान हो, सभी प्रशिक्षित एआई वर्कर को पंचायत स्तर पर पशुमित्र के रूप में बहाल किया जाय, ग्रामीण चिकित्सकों के समान हम पर भी राज्य सरकार का ध्यान रखे। बैठक में इन्द्र भूषण यादव, गणेश राम, बालेश्वर यादव, सुनील कुमार आदि ने भी विचार रखे।