तूफान के बाद भूकंप के से सहमे मधेपुरा वासी
- भूकंप से मचा अफरातफरी, घरों से भागे लोग - दो मिनट में खाली हुआ समाहरणालय व पुलिस मुख्यालय - झ
- भूकंप से मचा अफरातफरी, घरों से भागे लोग
- दो मिनट में खाली हुआ समाहरणालय व पुलिस मुख्यालय
- झटके की डर से कार्यालय के बाहर घंटों खड़े रहे कर्मी
- भूकंप से क्षतिग्रस्त हुआ हनुमान जी की मंदिर
- नवोदय विद्यालय का एकेडमिक भवन का दरका दीवार
- शकरपुर थाना क्षेत्र के कबियाही गांव में गिरा मकान का बरामदा
संवाद सूत्र, मधेपुरा : मंगलवार की रात आए तूफान से परेशान लोगों को शनिवार की सुबह करीब 11:43 बजे में आए भूकंप के झटकों दहला दिया। झटका इतना तेज था कि घरों व कार्यालयों में काम कर रहे लोग आनन-फानन में सड़क पर आ गए। पूरे शहर में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। स्थिति यह थी कि भूकंप का एहसास होते ही समाहरणालय में मौजूद डीएम गोपाल मीणा समेत विभिन्न कार्यालयों कार्य कर रहे पदाधिकारी तथा कर्मचारी तत्क्षण कार्यालय से बाहर निकल गए। इसके बाद भी रह-रह कर पांच बार भूकंप का झटका आते रहा। इसके बाद विभिन्न कार्यालयों में काम कर रहे पदाधिकारी व कर्मचारी भूकंप की डर से घंटों बाहर खड़े रहे।
नवोदय विद्यालय का एकेडमिक भवन का दीवार में पड़ी दरार : जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय सुखासन के एकेडमिक भवन पर भूकंप का काफी असर पड़ा। भूकंप के पहला झटका के दौरान ही कई स्थानों पर दीवारों में दरार आ गया जिससे वहां पढ़ रहे छात्र व छात्राओं में हड़कंप मच गया।
शंकरपुर थाना के कबियाही में मकान क्षतिग्रस्त : शंकरपुर थाना क्षेत्र के कबियाही गांव निवासी सीताराम यादव के मकान का बरामदा भूकंप में जमींदोज हो गया। मकान हाल ही में बनाया गया था। इसके अलावा जिला मुख्यालय के डायट केन्द्र परिसर में भी भूकंप से पुराना घर का दीवार गिर गया।
हनुमान जी की मंदिर क्षतिग्रस्त : भूकंप से जिला मुख्यालय के एसएनपीएम उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रवेश द्वार पर बना हनुमान मंदिर का गुबंद टेढ़ा हो गया तथा उस पर लगे टाईल्स में दरार आ गई।