संसद में उठेगी सेविका व सहायिका के हक की आवाज : रंजीत
फोटो - 29 एमएडी 73 संवाद सूत्र(शंकरपुर) मधेपुरा : सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि सेविका व सहायिका को क
फोटो - 29 एमएडी 73
संवाद सूत्र(शंकरपुर) मधेपुरा : सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि सेविका व सहायिका को कार्य के अनुसार मानदेय नहीं मिलता है। सांसद प्रखंड के जिरवा-मधैली पंचायत स्थित मध्य विद्यालय जिरवा के परिसर में सेविका-सहायिका संघ के जिलास्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मधेपुरा जिला में 1530 आंगनबाड़ी केन्द्र है। जहां पर सेविका सहायिका कार्यरत हैं। जिसके जिम्मे समाज के 0-6 बर्ष के बच्चे, गर्भवती महिला, धात्री महिला एवं कुपोषित को समान स्वास्थ्य पोषण की देखभाल, विद्यालय पूर्व शिक्षा पूरक पोषाहार, बच्चों का उचित मनो वैज्ञानिक शारीरिक और सामाजिक विकास की नीव रखा जाता है। मधेपुरा में पोषाहार की राशि 16225 रूपया है जबकि राज्य के अलग-अलग जिले में क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग राशि दिया जाता है। सेविका द्वारा इतने ही राशि में 99 परिवारों के सदस्यों को महीने भर खिलाना पड़ता हैं। इसके बावजूद सेविका को टीकाकरण, पोलियो, जन्म-मृत्यु का निबंधन, स्वास्थ्य स्मार्ट कार्ड बनाने में सहयोग, मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना आदि कार्य करना पड़ता है। इसके अलावा आंगनबाड़ी बाड़ी केन्द्र से लेकर बाल विकास परियोजना कार्यालय का महीने में चार से पाच बार चक्कर लगाना पड़ता हैं। इतने कार्य के बाद भी उचित मानदेय नहीं मिलना सोचनीय प्रश्न है। आगामी सत्र में वे सेविका की समस्याओं को संसद में रखेंगगी। कम से कम सेविका को नौ हजार रूपये मानदेय होनी चाहिए। सम्मेलन में जिला संयोजक अनिता किशोर एवं संतोष कुमारी ने मांग पत्र सौंपी। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष बेबी कुमारी ने किया। सासद को दिए गए मांग पत्र में मुख्य मांगे सेविका को 17000 एवं सहायिका को 12000 वेतन दिया जाना शामिल है। इसके अलावा चयन मुक्त प्रकिया पर रोक लगाने, सरकारी सेवक की तरह सेविकाओं को भी सेवा संहिता बनाने, सरकारी सेवा घोषित करने, सेवानिवृति के बाद पेंशन की सुविधा देनी की मांग की। महिला सम्मेलन को सफल बनाने में अनुराधा रानी, साधना देवी, पुष्पलता देवी, किरण भारती, मधुबाला,गुंजन भारती का भूमिका सराहनीय रही।