नक्सली अधिकार के लिए लडऩे वाले योद्धा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को कहा कि नक्सली अधिकार के लिए लडऩे वाले योद्धा हैं। शोषण से तंग आकर ही लोग हथियार का सहारा लेते हैं। अच्छा जीवन कौन नहीं चाहता, लेकिन उन्हें लडऩे के लिए मजबूर किया जाता है।
मधेपुरा। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को कहा कि नक्सली अधिकार के लिए लडऩे वाले योद्धा हैं। शोषण से तंग आकर ही लोग हथियार का सहारा लेते हैं। अच्छा जीवन कौन नहीं चाहता, लेकिन उन्हें लडऩे के लिए मजबूर किया जाता है। मैं ऐसे लोगों का समर्थक हूं। जिले के कुमारखंड प्रखंड अन्तर्गत टेंगराहा में आदर्श ग्राम योजना एवं पुरैनी प्रखंड के बलिया गांव में कृषि मेला के शुभारंभ के मौके पर उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले टेंगराहा के 160 लोगों को डेढ़-डेढ़ लाख एवं पुर्नवास के लिए पांच डिसमिल जमीन देने की घोषणा की। साथ ही 30 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बिना भेद-भाव सबका विकास चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने आदर्श ग्राम की घोषणा की। इसके तहत बिहार के महज 221 गांवों को ही शामिल किया गया, जबकि बिहार में 43 हजार गांव हैं। सभी गांवों के विकास के लिए मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत सूबे के सभी प्रखंडों के पांच-पांच गांवों का चयन कर वहां बिजली, पानी, सड़क, स्कूल, अस्पताल, शौचालय, आंगनबाड़ी आदि मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। आदर्श ग्राम के विकास में पैसे की कमी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार मनरेगा, बीआरजीएफ, इंदिरा आवास की राशि में कटौती कर बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बकाया 28 सौ करोड़ रुपये भी नहीं दे रही। नरेंद्र मोदी ने लोगों को ठगा है। कालाधन लाने के नाम पर जनता से वादाखिलाफी की है। उन्होंने कहा कि वे अप्रैल में बढ़ी घोषणाएं करने जा रहे हैं। शिक्षकों, टोल सेवकों, तालमी मरकज, विकास मित्र सहित सभी की समस्याओं का निदान किया जाएगा।
सूबे में अधिकारियों का राज : पप्पू यादव
सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी टेंगराहा के सभी 160 आत्मसमर्पण कारियों को एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सूबे में अधिकारियों का राज चल रहा है। गरीब परेशान हैं और अधिकारी मौज करते हैं। कोसी में 14 नदियां हैं। लोग मेहनती हैं। फिर भी इन्हें ठगा जा रहा है। विकास का सपना दिखाकर कुछ नहीं दिया जा रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री से क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए मिथिला विकास प्राधिकार के गठन की मांग की। कहा कि एक योजना चलाकर शुद्ध जल मुहैया कराने एवं कुमारखंड व बिहारीगंज में एक-एक पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने तथा लड़कियों को बाहर ले जाकर बेचने वालों की पहचान कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जल्द ही पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने की दिशा में पहल करेंगे। लड़कियों को बाहर ले जाकर बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक जांच कमेटी गठित की जाएगी। लोगों तक शुद्ध जल पहुंचाने का भी कार्य किया जाएगा।