धान डकारने वाले प्रमादी मिलरों की संपति जांच शुरू
संवाद सूत्र, मधेपुरा : जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपन
संवाद सूत्र, मधेपुरा : जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने अंचल में स्थित प्रमादी मिलरों के खेत खलियान व संपति की पहचान कर फौरन प्रतिवेदित करें। अब इनकी सम्पति जब्त की जायेगी। जानकारी हो कि अधिप्राप्ति का धान चावल बनाने के लिए लेकर दर्जनों मिलर गटक गये हैं। बार-बार निर्देश के बावजूद अधिकांश मिलरों ने चावल या इसकी राशि नहीं लौटाया है। लगभग 42 करोड़ रूपये का चावल जिले के 36 मिलरों के पास बकाया है। मंगलवार को जिलास्तरीय आपूर्ति विभाग की बैठक में समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी श्री मीणा ने इस वर्ष के लिए चयनित मिलरों के मिल की भूमि व अन्य सम्पति की पहचान कर प्रतिवेदित करने का निर्देश अंचलाधिकारियों को दिया गया।
बैठक में बताया गया कि अब पैक्सों को दी जाने वाली कैश क्रेडिट की सुविधा समाप्त कर दी गई है। किसान अब पैक्स को धान देंगे और चार दिन के अन्दर पैक्स द्वार उक्त धान को एसएफसी क्रय केन्द्र में जमा करना है। जिसके 24 घंटे के अन्दर किसानों के खाते में राशि आरटीजीएस के जरिये राशि भेज दी जायेगी। बैठक में रसोई गैस की आपूर्ति एवं नये नियम के अन्तर्गत खाते में अनुदान दिये जाने के कार्यो की समीक्षा की गई। शहर के जयराम स्मृति इण्डेन गैस एजेंसी के संचालक से स्पष्टीकरण यह पूछा गया है कि जांच के दौरान उनके स्टॉक में 275 गैस सिलिंडरों की कमी पायी गयी। ज्ञातव्य है कि एक उपभोक्ता ने शिकायत की थी की मोबाईल द्वारा लाईन लगाने के बाद उनका सिलिंडर किसी दूसरे को बेच दिया गया। इस पर जिला प्रशासन ने जब स्टॉक जांच करवाया जो 275 गैस सिलिंडर कम पाया गया। समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि जनवितरण के लिये खाद्यान्न का उठाव आलमनगर, बिहारीगंज, सिंहेश्वर एवं शंकरपुर प्रखंडों में कम किया जा रहा है। अब खाद्यान्न-आपूर्ति डीलर की दुकान तक भेंडर द्वारा की जाती है। कारण यह पता चला कि भेंडर द्वारा ट्रेक्टर की कमी के कारण खाद्यान्न का उठाव नहीं हो पा रहा है। लिहाजा बिहारीगंज में 50 और आलमनगर में 30 ट्रैक्टर फौरन लगाने का निर्देश भेंडर को दिया गया। इसके लिये डीटीओ को भी सहयोग करने का निदेश दिया गया।