अब चिकित्सक की अकूत संपत्ति पर उठने लगे सवाल
-भाड़े के भवन में प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों ने बनाए अकूत संपत्ति
-आलीशान नर्सिग होम बनने के पीछे का राज जानना चाहती है जनता -जांच व ऑपरेशन के नाम पर लूटी जा रही है गरीबों के गाढ़ी कमाई
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कोट
ऐसा कौन-सा शार्टकट तरीका है। इसके सहारे देखते ही देखते अधिकांश चिकित्सकों ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली। दरअसल, यह मामला न केवल आय से अधिक कमाई से जुड़ा हुआ है बल्कि गरीबों की गाढ़ी कमाई से लूटकर बनायी गई संपत्ति से भी जुड़ा हैं इसलिए इस मामले में गहराई से जांच कराने की जरूरत है ताकि इसके पीछे के सारे भेद खुल सके।
-पप्पू यादव, सांसद, मधेपुरा।
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विनय कुमार अजय/मधेपुरा : 'गोलमाल है भाई.. सब गोलमाल है..।' इन दिनों सांसद पप्पू यादव के द्वारा चिकित्सकों व पैथोलॉजी के खिलाफ फुंके गए बिगुल के बीच इस बात की चर्चा अब जोरों पर है कि आखिर कल तक भाड़े के मकान में ्रप्रैक्टिस शुरु करने वाले कई डॉक्टर देखते ही देखते कैसे करोड़ों के मालिक बन बैठे। कुछ वर्ष पूर्व तक पतली गली (संकीर्ण भवन) में जैसे- तैसे इलाज करने वाले कई चिकित्सक आज बड़े और आलीशान नर्सिग होम तैयार कर लिए हैं। सांसद पप्पू यादव तो साफ तौर पर इसे आय से अधिक संपत्ति का मामला बताते हुए जांच की की बात कह रहे हैं। ताकि सच सामने आ सके। कहा तो यहां तक जा रहा है कि यह सब पर्दे के पीछे का खेल है। जो सबकी समझ से बाहर है। आज इन चिकित्सकों के पास अकूत संपत्ति देखकर लोगों को पुरानी बातें याद आ जाती है। जानकारों की मानें तो पैथोलॉजी, दवा कंपनियों के मालिकों द्वारा चिकित्सकों को प्रभावित करने के लिए बड़े शहरों में जमीन से लेकर महंगी गाड़ियां सहित चिकित्सा उपकरण तक गिफ्ट किए जाते हैं। कुछ वर्ष पूर्व एक प्रतिष्ठित चिकित्सक द्वारा एक मेडिकल प्रतिनिधि के साथ किए गए दुर्व्यवहार की चर्चा आज भी होती है। बताया जाता है कि एक कंपनी के एमआर ने जब छोटा सा गिफ्ट एक चिकित्सक को देना चाहा तो उसे क्लीनिक से धक्का मारकर बाहर कर दिया गया। लोग बताते हैं कि आखिर ऐसा कौन सा शार्टकट है जिसके सहारे इतने कम दिनों में करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली जाए। इसके जबाव में सांसद पप्पू यादव कहते हैं ये वैसे चिकित्सक हैं, जो पैसे को ही अपना धर्म मानते हैं। इन चिकित्सकों में सेवा भाव की भावना समाप्त सी हो गई है।