आमजनों की भाषा है हिन्दी, दें बढ़ावा : जिलाधिकारी
मधेपुरा, संवाद सहयोगी: हिन्दी को आमजन की भाषा है, सभी लोगों इसे बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। हिन्दी को आमजन तक पहुंचाने में सबका सहयोग चाहिए इसलिए सबको हिन्दी के विस्तार को बल प्रदान करने के लिए शपथ लेना होगा। यहां तक कि हिन्दी में एसएमएस भी करें। हिन्दी जानने वाला भी अच्छा वकील बन सकता है। लेकिन उच्च न्यायालयों में केवल अंग्रेजी में ही न्यायादेश मिलता है। इससे परेशानी होती है। उपरोक्त बातें जिला पदाधिकारी गोपाल मीणा ने रविवार को समाहरणालय सभा भवन में आयोजित हिन्दी दिवस के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मी भी अधिक से अधिक हिन्दी भाषा का ही प्रयोग करें। मौके पर एसएनपीएम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. शाति यादव ने कहा कि हिन्दी भारत की स्मिता है जिसे अक्षुण रखना, हर भारतवासी का परम कर्त्तव्य है। वहीं राम लक्ष्मण सत्यार्थी ने हिन्दी दिवस के अवसर पर कुर्सी खाली रहने पर नाराजगी जाहिर की। सदर एसडीओ विमल कुमार सिंह ने कहा कि बाजार बाद ने हिन्दी को काफी क्षति पहुंचायी है। जिला पंचायती राज पदाधिकारी खुर्शीद आलम ने कहा कि भाषा प्रेम के अभिव्यक्ति का माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि हिन्दी और उर्दू बहन के तरह ही है। क्योंकि उर्दू में 75 फीसदी हिन्दी का प्रयोग होता है। उन्होंने कहा कि हिन्दी का च्यादा से च्यादा प्रयोग पर बल दिया। डॉ. देवाशीष बोस ने कार्यक्रम का संचालन किया। मौके पर प्रो. श्यामल किशोर यादव, शशिकात प्रकाश, राजन बालन, डॉ. विनय कुमार चौधरी, डॉ. बीएन मधेपुरी, डॉ. सिदेश्वर काश्यप आदि अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर एडीएम राकेश कुमार, एनडीसी प्रदीप कुमार झा सहित दर्जनों गणमान्य उपस्थित रहे।