कमजोर नवजात की देखभाल को विभाग उदासीन
लखीसराय। कमजोर बच्चों की देखभाल एवं पहचान कर उसके उपचार की दिशा में सही सलाह देने को ले स्वास्थ्य वि
लखीसराय। कमजोर बच्चों की देखभाल एवं पहचान कर उसके उपचार की दिशा में सही सलाह देने को ले स्वास्थ्य विभाग उदासीन है। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर प्रसाद ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को इस दिशा में अभियान चलाकर कार्य करने का निर्देश दिया था। स्वास्थ्य उप केंद्रों पर भी कमजोर नवजात की पहचान कर सलाह देने का निर्देश दिया गया था। लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी कार्य की प्रगति शून्य है। इस दौरान न तो कमजोर बच्चों की पहचान की जा सकी न ही उसकी देखभाल की दिशा में कोई पहल हुई। सिविल सर्जन ने छह माह के भेजे गए प्रतिवेदन की समीक्षा के बाद कार्य को संतोषप्रद नहीं बताते हुए समय पूर्व जन्म एवं दूध पीने में कमजोर बच्चों की पहचान का प्रतिशत भी नगण्य पाया। इसे ¨चता का विषय बताते हुए विभाग के पदाधिकारियों को केयर इंडिया का सहयोग प्राप्त कर कार्य में प्रति लाने का निर्देश दिया है। विदित हो कि शिशु मृत्यु दर में रोकथाम एवं बच्चों को कुपोषण से बचाव को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था लेकिन स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों की उदासीनता से जिले के बच्चे कमजोर व कुपोषित बच्चे इससे वंचित रह गए।