जेल में प्रशासनिक छापेमारी में लगी सेंध
लखीसराय। लखीसराय मंडल कारा में जब सभी कैदी सोए हुए थे तब शुक्रवार की आधी रात पुलिस व प्रशासन की टीम
लखीसराय। लखीसराय मंडल कारा में जब सभी कैदी सोए हुए थे तब शुक्रवार की आधी रात पुलिस व प्रशासन की टीम ने छापेमारी की। छापेमारी दल का नेतृत्व अनुमंडल पदाधिकारी शैलजा शर्मा, एसडीपीओ पंकज कुमार एवं एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय कर रहे थे। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार जेल में छापेमारी की गोपनीय रणनीति बनाई गई थी। बावजूद इसमें सेंध लग गई। घंटों जांच के बाद भी जेल के अंदर से मात्र एक मोबाइल का चार्जर पुलिस के हाथ लगा। जैसे ही पुलिस और अधिकारियों की टीम ने जेल के भीतर सभी वार्डों की तलाशी शुरू की कैदियों में खलबली मच गई। जेल में बंद बड़हिया के कई बाहुबली सहित कई कैदियों की तलाशी ली गई। सघन छापामेरी एवं काफी मशक्कत के बाद भी पुलिस को एक भी मोबाइल सेट या अन्य आपत्तिजनक सामान हाथ नहीं लगे। मात्र एक चार्जर व कुछ खाने का सामान मिले। सवाल यह है कि बिना मोबाइल सेट के चार्जर की कोई उपयोगिता नहीं है। पुलिस को चार्जर मिला तो फिर मोबाइल कहां गुम हो गई। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि एसडीओ-एसडीपीओ के नेतृत्व में जेल में छापेमारी की जो गोपनीय योजना बनी। उसमें सेंध लग गई और जेल के अंदर सबकुछ व्यवस्थित कर लिया गया। सूत्र बताते हैं कि मंडल कारा लखीसराय में आज भी दबंग व बाहुबली कैदियों की हुकूमत है और लगभग कैदी के पास मोबाइल भी है। फर्क सिर्फ इतना है कि सब कुछ मैनेज सिस्टम से चलता है ताकि किसी पर कोई आफत नहीं आ सके। एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि निकाय चुनाव को लेकर छापामारी की गई थी। सभी वार्डों की तलाशी ली गई। जांच क्रम में एक मोबाइल चार्जर और कुछ खाने के सामान मिले हैं। छापेमारी दल में लखीसराय सहित विभिन्न थाना के थानाध्यक्ष भी मौजूद थे।