स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की खुली पोल
लखीसराय। जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता हाशिए पर है। विद्यालय में कार्यरत शिक्ष
लखीसराय। जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता हाशिए पर है। विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों में भी शैक्षिक गुणवत्ता का घोर अभाव है। स्कूलों में पठन-पाठन के नाम पर सिर्फ खानापूरी की जा रही है। जिलाधिकारी अमित कुमार ने चानन प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय रामपुर मननपुर एवं हलसी प्रखंड के मध्य विद्यालय खैरी का औचक निरीक्षण करने के बाद 11 नवंबर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी को भेजे जांच रिपोर्ट ने प्रारंभिक शिक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। डीएम ने इन दोनों विद्यालयों के निरीक्षण में विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था एवं शिक्षकों की गुणवत्ता पर गहरी नाराजगी जताई है। डीएम ने दोनों विद्यालय प्रधान से डीईओ के माध्यम से ¨बदुवार जवाब मांगा है। मध्य विद्यालय रामपुर मननपुर में नामांकन के अनुसार बच्चों की उपस्थिति काफी कम थी। डीएम ने जब शिक्षकों से अनुपस्थित बच्चे के बारे में पूछा तो बताया गया कि बच्चे धान कटनी में चले गए हैं। बताया गया कि कई बच्चे नामांकन कराकर निजी स्कूल में पढ़ते हैं। डीएम ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक शिक्षकों पर नियंत्रण नही है। शिक्षक अध्यापन कार्य मे रुचि नही लेते हैं। इसके लिए डीएम ने बीईओ को नियमित निरीक्षण कर सुधार लाने का निर्देश दिया है।मध्य विद्यालय खैरी के निरीक्षण में भी बच्चों की उपस्थिति नगण्य पाई गई। कक्षा 8 में कुल 47 में 5 बच्चे एवं कक्षा 6 में कुल 90 बच्चों में मात्र 19 उपस्थित मिले। इस विद्यालय के शिक्षक ने भी डीएम को बताया कि धान कटनी के कारण बच्चे कम आ रहे हैं। डीएम ने विद्यालय में नामांकित वैसे बच्चे जो लगातार नहीं आ रहें उनकी सूची तैयार कर नोटिस भेजकर नामांकन रद करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया। निरीक्षण में प्रधान गीता सिन्हा, रंजू ¨सह, राजेश कुमार को भी डीएम ने अपने दायित्यों का निर्वहन संवेदनशीलता के साथ करने की हिदायत दी है। साथ ही ¨बदुवार स्पष्टीकरण मांगा है।