अतिक्रमण के बोझ से कराह रहा मनिसंघा पइन
लखीसराय। मानसून आने से पहले शहर फिर डूब न जाए इस आशंका से सहमा पूरा प्रशासन कुनबा
लखीसराय। मानसून आने से पहले शहर फिर डूब न जाए इस आशंका से सहमा पूरा प्रशासन कुनबा शहर को जल जमाव से मुक्त कराने की कवायद में जुटा है। विदित हो कि लखीसरास शहर की जल निकासी का एकमात्र रास्ता मन¨सघा पइन है। करीब छह किमी की लंबाई में फैले पइन का अस्तित्व मिटने लगा है। जैसे-जैसे शहर की आबादी बढ़ती गई मनिसंघा पइन को अपनी जमीन समझकर लोगों ने अतिक्रमण कर स्थायी संरचना तैयार कर ली। आज स्थिति यह है कि अतिक्रमण के बोझ तले मनिसंघा पइन कराह रहा है। इधर शहर की पूरी आबादी जल जमाव से परेशान है। जानकारी हो कि हर वर्ष बरसात में जिला मुख्यालय सहित दर्जन भर वार्ड जलमग्न हो जाता है। इसका कारण यह है कि मुख्य सड़क किनारे कबैया थाना से आर. लाल कॉलेज मोड़ तक, अष्टघटी तालाब के नजदीक, नया बाजार गौशाला के पीछे, पचना रोड, लाली पहाड़ी मोड़ से आर. लाल कॉलेज मोड़ तक दर्जनों स्थान पर मनिसंघा पइन का रास्ता बंद कर अतिक्रमण कर मकान दुकान बना लिया गया है। इस अतिक्रमण को हटाकर पइन की सफाई करा पाना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। पंजाबी मुहल्ला से रेलवे स्टेशन के नजदीक वार्ड संख्या 17 में भी मन¨सघा पइन का अतिक्रमण कर उस जमीन पर वर्षों से खेती की जा रही है। अनुमंडल पदाधिकारी शैलजा शर्मा द्वारा मन¨सघा पइन को अतिक्रमण मुक्त कर सफाई कराने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। नगर परिषद के वार्ड पार्षदों, चैंबर आफ कॉमर्स के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर एसडीओ ने मन¨सघा पइन को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्ययोजना को अंतिम रूप देने की अपील की है।