वासंतिक नवरात्र : कलश स्थापना आज
लखीसराय। शक्ति की देवी मां दुर्गा की आराधना व उपासना का पर्व वासंतिक नवरात्र बुधवार से शुरू
लखीसराय। शक्ति की देवी मां दुर्गा की आराधना व उपासना का पर्व वासंतिक नवरात्र बुधवार से शुरू होगा। इस बार प्रतिपदा व द्वितीय तिथि एक दिन होने के कारण नवरात्र आठ दिनों का होगा। आचार्य परमानंद पांडेय ने बताया कि कलश स्थापना के लिए सुबह आठ बजे से साढ़े 12 बजे तक शुभ मुहूर्त है।
मंदिरों में चैती दुर्गा पूजा की हो रही तैयारी
जिला मुख्यालय स्थित नया बाजार श्री नवयुवक चैती दुर्गा मंदिर, मुड़ली पहाड़ी स्थित वनखंडी चैती दुर्गा मंदिर, दालपट्टी स्थित मां दुर्गेश्वरी चैती दुर्गा मंदिर में चैती दुर्गा पूजा की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है।
नौका पर आगमन, कंधे पर होगा प्रस्थान
कलश स्थापना के पहले दिन ही माता शैल पुत्री एवं ब्रहमचारिणी की पूजा होगी। पंचांगों के अनुसार इस बार देवी दुर्गा का आगमन नौका पर हो रहा है। तथा मनुष्य के कंधे पर प्रस्थान करेगी। आचार्य परमानंद पांडेय ने बताया कि देवी दुर्गा का आगमन व प्रस्थान दोनों ही शुभ फलदायी है। तीन अप्रैल को महानिशा व चार अप्रैल को महाअष्टमी पूजा होगी।
पांच को मनेगी रामनवमी
चैत्र नवरात्र से ही नववर्ष के पंचांग की गणना शुरू होती है। भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र नवमी को हुआ था। इस बार पांच अप्रैल को रामनवमी मनाई जाएगी। रामनवमी को लेकर हनुमान मंदिरों की साफ-सफाई व रंग-रोगन किया जा रहा है।
31 मार्च से शुरू होगी चैती छठ
वासंतिक नवरात्र के दौरान ही 31 मार्च यानि शुक्रवार को चैती छठ शुरू हो जाएगी। इस दिन छठव्रती गंगा नदी में स्नान कर नहाय-खाय का प्रसाद बनाएगी। एक अप्रैल को खरना होगा, जिसमें खीर-रोटी का प्रसाद चढ़ाया जाएगा। दो अप्रैल की शाम में भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। तीन अप्रैल सोमवार की सुबह श्रद्धालु उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर प्रसाद ग्रहण करेंगे।