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किसानों को आदिवासियों का झेलना पड़ा विरोध

लखीसराय। प्रखंड के नक्सल प्रभावित कजरा थाना क्षेत्र के बुधौली बनकर पंचायत के राजघाट में शनिवार को अप

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jun 2017 11:35 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 11:35 PM (IST)
किसानों को आदिवासियों का झेलना पड़ा विरोध
किसानों को आदिवासियों का झेलना पड़ा विरोध

लखीसराय। प्रखंड के नक्सल प्रभावित कजरा थाना क्षेत्र के बुधौली बनकर पंचायत के राजघाट में शनिवार को अपनी रैयती जमीन की जोत करने गए पोखरामा के किसानों को आदिवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा। कान्हीमोह, राजघाट एवं घोघरघाटी के सैकड़ों आदिवासी समुदाय के लोगों ने रैयतों के ट्रैक्टर को बंधक बना लिया एवं मोबाइल छीन कर भगा दिया। जिलाधिकारी के आदेश पर अंचलाधिकारी प्रेम कुमार राजघाट पहुंच कर आदिवासियों को समझाकर मामला शांत कराया। तथा आदिवासियों के कब्जे से ट्रैक्टर व मोबाइल को छुड़ा कर रैयतों को वापस किया। आदिवासी रंजीत कोड़ा, सीताराम कोड़ा, भगवान कोड़ा, राजेन्द्र कोड़ा, नारायण कोड़ा, बौधी देवी, गोलकी देवी, पुनिया देवी, बालेश्वर कोड़ा आदि ने बताया कि जिलाधिकारी ने पर्चा देकर राजघाट में बसाया है। हरवे-हथियार से लैस होकर कुछ लोग ट्रैक्टर से जमीन की जोताई करने आए थे। जानकारी होने पर ट्रैक्टर को जब्त कर सभी को भगा दिया गया। वहीं पोखरामा गांव के रैयत किसान जगदीश ¨सह, भैया ¨सह, किशोरी ¨सह, रामप्रवेश ¨सह का कहना है कि राजघाट स्थित खाता संख्या- 127,128,129 एवं 55 में उनके अलावे लगभग 90 रैयतों की जमीन है। जिस पर आदिवासी समाज के लोग झोपड़ी गाड़ रखे है। अंचलाधिकारी प्रेम कुमार ने बताया कि हंगामा कर रहे आदिवासियों को वन क्षेत्र के बाहर सरकारी जमीन पर बसाने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला में होने वाली एससी एसटी विकास समिति कोषांग की बैठक में दोनों पक्ष के लोगों को बुलाकर समस्या का स्थायी निदान निकाला जाएगा। इधर आदिवासियों ने बाद में कजरा थाना का भी घेराव किया।


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