शहर की कहानी, कूड़े के बीच कट रही ¨जदगानी
लखीसराय। दो लाख की आबादी वाले लखीसराय शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद बोर्ड की बैठकों म
लखीसराय। दो लाख की आबादी वाले लखीसराय शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर परिषद बोर्ड की बैठकों में कई निर्णय लिए गए। लेकिन शहर की हकीकत कुछ और ही है। शहर में कूड़ा उठाने की कोई ठोस योजना नहीं है और न ही इसके लिए कोई मॉनेटरिंग की व्यवस्था है।
33 वार्डों वाले इस शहर में सफाई व्यवस्था में नगर परिषद के एक सौ सफाई कर्मी के अलावा डोर-टू-डोर कचरा संग्रह के लिए निजी संस्था के सफाई कर्मियों की ड्यूटी हर रोज लगाई जाती है। लेकिन शहर की मुख्य सड़क को छोड़ दें तो चितरंजन रोड, पचना रोड व कबैया रोड पर गंदगी फैली हुई है। कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर ही नगर परिषद के कर्मी कूड़ा फेंकते हैं। वहीं, इससे निकलने वाली बदबू से शहरवासी परेशान हैं। हकीकत यह है कि वार्डों की सफाई की निगरानी सही ढंग से नहीं होने के कारण सफाई कर्मियों की मनमानी जारी है। शहर के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां सफाई कर्मी न तो झाडू लगाने जाते हैं न ही कूड़ा उठाने। नगर परिषद ने शहर में स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक भी किया। लेकिन इसका कहीं भी कोई असर नजर नहीं आ रहा है। मुख्यालय की मुख्य सड़क पर स्थानीय दुकानदारों द्वारा फल, सब्जी व अन्य कचरा फेंक कर गंदगी फैलाया जा रहा है। मुख्य सड़क पर कहीं भी कूड़ादान नहीं है। सड़क ही कूड़ा का रूप ले लिया है। शहर के पुरानी बाजार सब्जी मंडी के सामने, चितरंजन रोड अभिमन्यु चौक से राणी सती मंदिर के बीच कई जगहों पर एवं खास महाल कचहरी के समीप गंदगी का अंबार लगा रहता है। उक्त स्थान सूअर एवं आवारा कुत्तों का चारागाह बना हुआ है। पचना रोड में विभिन्न जगहों पर भी कूड़े-कचरे की ढेर लगी रहती है। इसके अलावा इंगलिश मुहल्ला, संसार पोखर, किऊल बस्ती, कार्यानंद नगर सहित विभिन्न मोहल्ले में गंदगी फैली हुई है।
कोट
शहर में रोजाना सफाई कर्मियों द्वारा झाड़ू लगाने और ट्रैक्टर से कूड़े का उठाव कराया जाता है। शहर की सफाई व्यवस्था पर नप पूरी तरह सजग है।
-संतोष कुमार रजक, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, लखीसराय।