फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ नक्सलियों का बिहार-झारखंड बंद तीन को
लखीसराय। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी ने आगामी तीन अगस्त को बिहार-झारखंड बंद करने का निर्
लखीसराय। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी ने आगामी तीन अगस्त को बिहार-झारखंड बंद करने का निर्णय लिया है। संगठन के स्पेशल एरिया कमेटी ने यह आह्वान किया है। बंदी दो अगस्त की रात्रि 12 बजे से शुरू होकर तीन अगस्त रात 12 बजे तक प्रभावी रहेगी। इससे पहले भाकपा माओवादी ने 28 जुलाई से तीन अगस्त तक शहादत सप्ताह मनाने का भी निर्णय लिया है। भाकपा माओवादी बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के प्रवक्ता गोपाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपनी आगामी योजना का खुलासा किया है। प्रवक्ता के हवाले से संगठन ने कहा है कि झारखंड में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे सत्ता संरक्षित हमले एवं बिहार-झारखंड के विभिन्न इलाको में नक्सलियों के खिलाफ की गई फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ तीन अगस्त को एकदिवसीय बंदी का फैसला किया गया है। बंदी से पहले संगठन अपने शहीद साथियों की याद में 28 जुलाई से शहादत सप्ताह मनाएगा। बंद के दौरान एंबुलेंस, पत्रकार, डॉक्टर, दूध-वाहन और परीक्षार्थी छात्र-छात्राओं को बंद से मुक्त रखा गया है। नक्सलियों की इस बंदी पर बिहार-झारखंड की स्पेशल ब्रांच की टीम भी नजर रखे हुए है। वहीं मुंगेर के डीआईजी मंजू झा ने बताया कि बंदी के आह्वान को लेकर पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। शहादत दिवस सप्ताह से लेकर बंदी तक पुलिस सक्रिय होकर नक्सली गतिविधियों पर नजर रखेगी। अर्द्धसैनिक बलों के साथ जंगली एवं पहाड़ी इलाके में सर्च ऑपरेशन को और गति देने को कहा गया है। इधर लखीसराय के एएसपी अभियान पवन कुमार उपाध्याय की अगुवाई में का¨बग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बताते चलें कि हाल के दिनों में लखीसराय एवं जमुई जिले के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के जवानों ने कई नक्सलियों को मार गिराया था। नक्सलियों के पास से हथियार भी बरामद हुए थे।