समिति की बैठक में नहीं पदाधिकारी आए नहीं प्रतिनिधि
लखीसराय। चार वर्षों के बाद बुधवार को निर्धारित जिला परिषद की उत्पादन स्थायी समिति की बैठक कोरम के अभ
लखीसराय। चार वर्षों के बाद बुधवार को निर्धारित जिला परिषद की उत्पादन स्थायी समिति की बैठक कोरम के अभाव में स्थगित कर दी गई। बैठक में पूर्व सूचना के बाद भी 16 विभाग में से 14 विभाग के पदाधिकारी अनुपस्थित रहे। वहीं समिति सदस्य के रूप में नामित त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित नहीं हुए। जानकारी के अनुसार जिप कार्यालय कक्ष में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 11 बजे से उत्पादन स्थायी समिति की बैठक होनी थी। समिति सचिव सह डीआरडीए निदेशक मो. शमीम अख्तर निर्धारित समय पर कार्यालय कक्ष में पहुंचकर पदाधिकारियों व सदस्यों के आने का इंतजार करते रहे। करीब 12:30 बजे समिति की अध्यक्ष सह जिप सदस्या चंदा देवी पहुंची। तब तक जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. हेमंत कुमार, लघु ¨सचाई विभाग के सहायक अभियंता रंजीत कुमार एवं कनीय अभियंता शशि भूषण भी बैठक में भाग लेने पहुंच चुके थे।
समिति के अध्यक्ष व सचिव दोपहर करीब दो बजे तक पदाधिकारी व अन्य सदस्यों के आने का इंतजार करते रहे लेकिन कोई उपस्थित नहीं हुए। अंत में कोरम के अभाव में बैठक स्थगित कर दी गई तथा अनुपस्थित सभी पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। समिति सदस्य के रूप में जिप सदस्य खुशबू कुमारी, नवीता कुमारी के अलावा मनोनीत सदस्य जदयू नेता मदन मोहन चंद्रवंशी भी बैठक में नहीं आए। जिप अध्यक्ष के निजी सचिव सतीश कुमार द्वारा मोबाइल पर सूचना देने के बाद मनोनीत सदस्य प्रशांत कुमार करीब दो बजे कार्यालय पहुंचकर अपनी हाजिरी बनाया।
कृषि, गव्य विकास, मत्स्य, वन विभाग, नलकूप सहित 14 विभागों के पदाधिकारी ने इस बैठक में आना जरूरी नहीं समझा। खास बात यह रही कि 7.6.2013 के बाद यह बैठक बुलाई गई थी। जिसमें मुख्य रूप से किसानों को ¨सचाई का लाभ दिलाने पर चर्चा होती लेकिन वह भी नहीं हो सका। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार पदाधिकारी व प्रतिनिधि अपने दायित्वों के प्रति कितने संवेदनशील हैं।