शराबबंदी को सफल बनाने की मुहिम में महिलाएं आगे
लखीसराय। राज्य में शराबबंदी के बाद इसे जड़ से समाप्त करने के लिए महिलाओं ने भी कमान थाम ली है। गांव म
लखीसराय। राज्य में शराबबंदी के बाद इसे जड़ से समाप्त करने के लिए महिलाओं ने भी कमान थाम ली है। गांव मुहल्लों में चोरी छिपे बिक रही शराब को समाप्त करने के लिए महिलाएं संगठित हो अभियान चला रही है। जिले के कई गांवों में महिलाओं की सक्रियता से शराब व्यवसाय के अवैध कारोबार पर ताला गया है। शराब की बिक्री पर रोक लगाने के साथ महिलाएं लोगों इससे होने वाली खराबी के संबंध में लोगों को जागरूक कर रही है। जीविका दीदी के अलावा शराब से पीड़ित व प्रताड़ित ग्रामीण महिलाएं भी इसका मुखर विरोध कर रही है। इसके कारण इन्हें शराब माफिया के कोपभाजन का शिकार भी बनना पड़ रहा है। बावजूद महिलाएं पूर्ण शराबबंदी के प्रति ²ढ़ संकल्पित होकर कार्य कर रही है।
तोड़ी शराब भठ्ठियां, चला रही जागरूकता अभियान
शराबबंदी के विरुद्ध महिलाएं जागरूकता अभियान चलाने के साथ शराब भठ्ठियां को ध्वस्त कर रही है। लखीसराय थाना क्षेत्र के जोकमैला गांव महुआ शराब बनाने के लिए चर्चित रहा। इसी के सहारे पूरे गांव के लोगों की ¨जदगी कट रही थी। शराबबंदी के बाद भी लोग चोरी छिपे इस कार्य से जुड़े थे। गांव की करीब 60 की संख्या में महिलाएं संगठित हो इसका विरोध कर रही है। गांव में आधा दर्जन भठ्ठियों को ध्वस्त करने के साथ झुंड में महिलाएं लोगों को जागरूक कर रही है। गांव की ¨चता देवी, लालपरी देवी, फुलवा देवी, रीता देवी आदि ने बताया कि शराब के कारण घर में अशांति व कलह छाई थी। महिलाओं का कहना है कि इसके कारण शराब माफिया की धमकी भी सुननी पड़ रही है।
जीविका दीदी ने बंद कराई शराब फैक्ट्री
हलसी थाना क्षेत्र के बंडोल गांव में शराबबंदी के बाद भी माफिया शराब निर्माण करा रहा था। गांव की जीविका दीदी द्वारा मना करने के बाद भी माफिया ने नहीं माना। अंत में भट्ठी को बंद कराकर काफी मात्रा में जावा महुआ एवं महुआ, शराब बनाने वाली सामग्री को जब्त कर पुलिस के हवाले कर दिया। जीविका दीदी का नेतृत्व करने वाली सोनी कुमारी ने बताया कि महिलाओं को संगठित कर लोगों को शराब से होने वाली हानि की जानकारी देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चला रही हूं।
जागरूकता कार्यक्रम से शराब मुक्त हुआ गांव
लखीसराय थाना क्षेत्र के दीघा गांव में गौरी देवी जीविका से जुड़कर गांव की महिलाओं के साथ जागरूकता कार्यक्रम चलाई। गांव में काफी मात्रा में महुआ शराब का निर्माण होता था। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में यहां से शराब बिक्री होने जाती थी। महिलाओं को संगठित कर उसके विरोध में जम कर अभियान चलाया। शराब भठ्ठियां तोड़ी। अब गांव में शराब निर्माण का कार्य पूरी तरह बंद है। इसी तरह चानन प्रखंड के दाढ़ीसीर गांव में जीविका दीदी शराब के विरुद्ध अभियान छेड़ रखी है।