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उदासीनता से नियोजित शिक्षकों की स्थिति दयनीय

लखीसराय। राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ द्वारा शनिवार को समाहरणालय पर

By Edited By: Published: Sat, 22 Oct 2016 06:50 PM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 06:50 PM (IST)
उदासीनता से नियोजित शिक्षकों की स्थिति दयनीय

लखीसराय। राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ द्वारा शनिवार को समाहरणालय पर धरना दिया गया। धरना कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुंदन ने कहा कि बिहार सरकार की उदासीनता के कारण नियोजित शिक्षकों की स्थिति दयनीय हो गई है।

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संघ के नेताओं के साथ शिक्षा मंत्री द्वारा कई बार वार्ता कर मांगों को पूरा करने का आश्वासन तो मिला परंतु उस पर अमल नहीं किया गया। उन्होंने राज्य सरकार से नियोजित शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का आग्रह किया। जिससे कि शिक्षक अपनी मांगों को पूरा कराने हेतु सड़क पर उतरने की बजाए सिर्फ विद्यालय के विकास एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर ध्यान केंद्रित कर सकें। धरना कार्यक्रम के बाद एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को संबोधित एक 16 सूत्री ज्ञापन सौंपा। जिसमें नियोजित शिक्षकों को पेंशन, उपादान, ग्रुप बीमा, भविष्य निधि, अर्जित अवकाश, पूर्ण वेतनमान सहित सहायक शिक्षक की तरह सारी सुविधा देने, तीन माह के लंबित वेतन भुगतान के लिए शिक्षा विभाग को राशि उपलब्ध कराने, नियोजित शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा देने आदि मांग शामिल है। धरना कार्यक्रम में जिला सचिव सत्यप्रकाश पासवान, विजय ¨सह, जय कुमार निराला, वरूण कुमार, मनीष कमल, पवन ¨सह, संजय यादव, पवन चंद्रवंशी, धर्मेन्द्र सिन्हा, किरण कुमारी, मिथिलेश श्रीवास्तव, राजेन्द्र यादव, विजय कुमार पांडेय, कैलाश यादव, रविकाश कुमार, कुंदन ¨सह, संदेश पटेल, राजनीति पासवान, गोरेलाल राम, रामसागर पासवान आदि शामिल थे।


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