21 वर्षो का सफर : बदलाव के साथ विकास
लखीसराय। नक्सल प्रभावित दस लाख की आबादी वाले लखीसराय जिला स्थापना का 21वां वर्षगांठ शुक्रवार को जिला
लखीसराय। नक्सल प्रभावित दस लाख की आबादी वाले लखीसराय जिला स्थापना का 21वां वर्षगांठ शुक्रवार को जिला प्रशासन द्वारा धूमधाम से मनाया गया। तीन जुलाई 1994 को पुराने जिले से अलग होकर अधिसूचित लखीसराय जिले का सफर राजनैतिक एवं विकास के परिपेक्ष्य में काफी यादगार तथा परिवर्तन भरा रहा। हालांकि हाल के वर्षो में बढ़ते अपराध, नक्सलियों की बढ़ती सक्रियता को लेकर यह जिला भी सुर्खियों में रहा। 21 वर्षो के इस लंबे सफर के दौरान कजरा नक्सली मुठभेड़, कुंदर हॉल्ट पर धनबाद-पटना इंटरसिटी ट्रेन पर नक्सली हमला, तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा द्वारा टेरर फंडिंग का मामला पाकिस्तान से जुड़े रहने का उद्भेदन किए जाने एवं मंगलोर से कई आरोपी की गिरफ्तारी, हाल के महीनों केनरा बैंक के मैनेजर राजीव कुमार एवं कैशियर अपहरण मामले में पुलिस द्वारा अपहर्ता गिरोह का उद्भेदन कर अपहृत की सकुशल बरामदगी एवं कई अभियुक्तों की गिरफ्तारी, दो दिन पूर्व हार्डकोर महिला नक्सली रीना कोड़ा की गिरफ्तारी, बालिका विद्यापीठ लखीसराय के मंत्री डा. कुमार शरदचंद की गोली मारकर हत्या, दिल्ली में एक मासूम के साथ दुष्कर्म की राष्ट्रीय घटना में संलिप्त दुष्कर्मी की बड़हिया से गिरफ्तारी ने जिले को देश स्तर पर चर्चा में ला दिया। बावजूद इसके बीते समय में बदलाव के साथ जिले में विकास की गाड़ी भी तेजी से बढ़ी। राज्य सरकार द्वारा जिले में सिंचाई व्यवस्था को दुरूस्त करने की दिशा में बराज का जीर्णोद्धार, लखीसराय बाइपास सड़क का निर्माण, लखीसराय शहर में पहली बार 8 करोड़ की लागत से दो शहरी जलापूर्ति योजना, टाल क्षेत्र के पाली, सदायबीघा, दियारा क्षेत्र के सुरजीचक पुल, तेतरहाट में आरसीसी पुल का निर्माण जिले के विकास की रफ्तार को आगे बढ़ाया है। सबसे बड़ी उपलब्धि नक्सल प्रभावित कजरा में पावर प्लांट परियोजना से न सिर्फ रोजगार के दरवाजे खुलेंगे बल्कि बिजली के क्षेत्र में भी क्रांति आएगी। जिला स्थापना के बाद पहली बार जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह के विशेष प्रयास से केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन मिली। डीएम ने रामगढ़ चौक प्रखंड के परसावां में साढ़े चार एकड़ जमीन खोजकर केंद्रीय विद्यालय संगठन को एनओसी प्रदान कर दी है। जो जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। आने वाले दिनों में विद्युत विहीन गांवों में घर-घर बिजली पहुंचाने का सपना पूरा होगा। तथा हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ने की भी पहल तेज है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। बावजूद विकास की राह में नक्सल सहित कई चुनौतियां बरकरार है। जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह की मानें तो सबों के रचनात्मक सहयोग से जिले को आगे बढ़ाने के लिए प्रशासन कटिबद्ध है तथा आने वाले दिनों में जिले में विकास के कई और दरवाजे खुलेंगे।
संस., लखीसराय :