पुलिस-पब्लिक में फायरिंग
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सब हेड- मौर्य एक्सप्रेस लूटकांड में गिरफ्तार निरंजन की रिहाई की मांग को ले दूसरे दिन भी भड़के ग्रामीण, किया ट्रैक जाम
क्रासर- जाम हटाने पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर गुस्साये लोगों ने किया पथराव
- पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, की हवाई फायरिंग तो ग्रामीणों ने भी की गोलीबारी
- पथराव में एसडीपीओ व थानाध्यक्ष सहित 13 पुलिसकर्मी जख्मी, कई गंभीर
- पटना-हावड़ा मेन लाइन पर तीन घंटे बाधित रहा परिचालन
- डीएम-एसपी के काफी प्रयास के बाद हटाया गया जाम
संवाद सहयोगी, लखीसराय : शनिवार को दूसरे दिन भी दानापुर रेल मंडल अंतर्गत किऊल-मोकामा रेलखंड स्थित मनकट्ठा स्टेशन पर स्थानीय लोगों ने रेल परिचालन ठप कर दिया। जाम हटाने पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। गुस्साये लोगों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव शुरू कर दिया। बचाव में पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले दागे गए। इस पर ग्रामीणों ने भी गोलीबारी शुरू कर दी। ग्रामीणों के निशाने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जवान भी थे। पथराव व गोलीबारी में डीएम मनोज कुमार सिंह, एसपी अशोक कुमार, एसडीओ अंजनी कुमार व डीसीएलआर राजेश कुमार बाल-बाल बचे। सभी ने स्टेशन स्थित प्रतीक्षालय में छिपकर किसी तरह अपनी सुरक्षा की। हालांकि पथराव में एसडीपीओ व थानाध्यक्ष समेत 13 जवान जख्मी हो गए।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों रामपुर डुमरा स्टेशन के पास मौर्य एक्सप्रेस लूटकांड में रेल पुलिस लखीसराय थाना क्षेत्र के अमहरा गांव से पंचायत समिति सदस्य सविता देवी के पति हिस्ट्री शीटर निरंजन साव को गुरुवार की रात गिरफ्तार कर पटना ले गई है। उसकी रिहाई की मांग को लेकर शुक्रवार को मनकट्ठा स्टेशन पर रामनगर एवं अमहरा के ग्रामीणों ने ट्रैक जाम कर दिया था। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर जाम हटाया गया था। लेकिन निरंजन को नहीं छोड़े जाने से नाराज उसके परिजन और ग्रामीणों ने शनिवार को सैकड़ों की संख्या में मनकट्ठा स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर डीएम व एसपी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मनकट्ठा स्टेशन पहुंचे। अधिकारियों ने जैसे ही ग्रामीणों को हटाने का प्रयास किया अप लाइन की ओर से सैकड़ों की संख्या में महिलाओं-पुरुषों ने पुलिस व प्रशासन के पदाधिकारियों व जवानों पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो गई। भीषण पथराव देख आरपीएफ व जीआरपी के जवान प्रतीक्षालय में छिप गए। इसके बाद पथराव कर रही भीड़ में से शरारती नकाबपोश तत्वों ने अवैध हथियार से प्रशासनिक अधिकारियों की ओर कई चक्र गोलियां चलाई। गोलियां प्रतीक्षालय की दीवार में लगीं। बेकाबू भीड़ व पथराव को देख पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया तथा नौ चक्र हवाई फायरिंग की। आंसू गैस के गोले भी दागे। स्थिति नियंत्रण में होते ही डीएम एवं एसपी ने स्वयं ग्रामीणों की भीड़ में जाकर लोगों को समझाया। डीएम ने ग्रामीणों को निरंजन साव की रिहाई के लिए प्रशासनिक स्तर पर हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। डीएम ने काफी मशक्कत के बाद रेलवे ट्रैक को जाम से मुक्त कराया। स्टेशन मास्टर के तिवारी के अनुसार सुबह 9 बजकर 10 मिनट से 12:10 बजे तक पटना-हावड़ा मेन लाइन पर परिचालन ठप रहा। डीएम एवं एसपी ने ट्रेन परिचालन प्रारंभ कराया।
घायल एसडीपीओ लखीसराय संजय कुमार, लखीसराय थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, एएसआई गौरी शंकर सिंह, जीआरपी किऊल के एसआई सीपी चंदन, सिपाही भरत सिंह, आरपीएसएफ के एसआई बब्बन कुमार, आरपीएफ की एसआई सुमन, महिला कांस्टेबल विभा कुमारी, एसडीपीओ लखीसराय के अंगरक्षक सुनील कुमार, जिला पुलिस बल के हवलदार सिवल प्रसाद सिंह, सिपाही प्रमोद कुमार सिंह, रामबाबू प्रसाद का इलाज सदर अस्पताल लखीसराय में कराया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने जाम हटाने के दौरान लाठीचार्ज कर दिया। इस कारण भीड़ उग्र हो गई और पथराव शुरू कर दिया। इधर एसडीओ अंजनी कुमार ने बताया कि स्थिति बेकाबू देख पुलिस की तरफ से नौ चक्र हवाई फायरिंग की गई जबकि ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों व जवानों को निशाना बनाते हुए पांच-छह चक्र फायरिंग की।