लखीसराय में बूथ पर पथराव, कमरे में बंद हुई वीणा
- जदयू समर्थकों ने लोजपा पर लगाया बूथ लूटने का आरोप
- लोजपा का आरोप, जदयू ने बूथ पर कर रखा था कब्जा
-बोले जोनल मजिस्ट्रेट, माइक्रो ऑब्जर्वर के साथ वीणा समर्थकों ने की मारपीट
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जागरण संवाददाता, लखीसराय : मुंगेर संसदीय क्षेत्र के लखीसराय विधानसभा क्षेत्र के गरसंडा गाव में मतदान केंद्र संख्या 232 पर मतदान के दौरान लोजपा और जदयू कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। बाद में पथराव भी हुआ। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी स्कूल भवन के एक कमरे में बंद कर उनकी जान बचाई। इस मामले में जदयू की ओर से कन्हैया कुमार के बयान पर वीणा समेत गरसंडा के ग्रामीण संजय सिंह व मृत्युंजय सिंह समेत अन्य अज्ञातों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। लोजपा प्रत्याशी की ओर से उनके अंगरक्षक अंजन कुमार ने एक आवेदन रामगढ़ चौक थाने को दिया। इसमें जदयू प्रत्याशी राजीव रंजन सिंह, प्रखंड प्रमुख कुंती देवी उनके पति राजीव सिंह सहित 25 अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है।
जोनल मजिस्ट्रेट केदार रजक के अनुसार मतदान की प्रक्रिया जारी थी। इसी दौरान लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी अपने दर्जनों समर्थकों के साथ वहां पहुंच गई। वीणा के समर्थक जदयू के पोलिंग एजेंट के साथ मारपीट करने लगे। बीच-बचाव करने में मतदान कर्मी एवं वहां मौजूद माइक्रो ऑब्जर्बर शशिभूषण सिंह की भी पिटाई कर दी गई। इससे वहां तनाव कायम हो गया। जदयू समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव के बाद लोजपा कार्यकर्ता भागने लगे। जदयू समर्थकों ने उन्हें खदेड़ लिया।
माहौल बिगड़ने की सूचना पाकर दोनों दलों के तमाम समर्थक वहां पहुंच गए। माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच जिला निर्वाचन पदाधिकारी अमरेंद्र प्रसाद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार वहां पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित किया। जदयू प्रत्याशी राजीव रंजन सिंह ललन भी वहां पहुंचे। ललन ने आरोप लगाया कि लोजपा प्रत्याशी ने अपने समर्थकों के साथ मतदान केंद्र पर पहुंच कर वोटरों को धमकाया। मतदान कर्मियों एवं पोलिंग एजेंट के साथ मारपीट की। वे लोग बूथ लूटने आए थे लेकिन सफल नहीं होने पर मारपीट करने लगे।
लोजपा प्रत्याशी वीणा देवी ने आरोप लगाया कि वहा जदयू के लोगों ने बूथ पर कब्जा कर लिया था। इसकी सूचना मिलने पर वह अपने समर्थकों के साथ वहा पहुंची थीं। वे लोग गलत आरोप लगा रहे हैं। पुलिस पदाधिकारियों ने अपनी सुरक्षा में वीणा को कमरे से बाहर निकाला, वापस भेजा।
जदयू समर्थक वीणा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे रहे थे। इस दौरान यहा एक घटे तक मतदान बाधित रहा।