बहुत हो गई वायदों की बारिश, अब बहे विकास की बयार
-अब अररिया का दिल मांगे मोर.. जागरण संवाददाता, अररिया: वर्तमान अररिया शहर की स्थापना
-अब अररिया का दिल मांगे मोर.. जागरण संवाददाता, अररिया: वर्तमान अररिया शहर की स्थापना के डेढ़ सौ साल पूरा होने पर हैं। लेकिन अब भी इसके शहर होने न होने पर शक है। अगर ये शहर है तो शहरों वाली सुविधाएं कहां हैं? वहीं, अगर ये गांव ही है तो किसने छीन ली है गांव वाली शांति? सुविधाओं की घोर कमी, शोर शराबा, मनोरंजन का अभाव, सड़कों पर उड़ती बेपनाह धूल, नालों में सड़ रहा गंदा पानी, टूटी व जर्जर सड़कें और भी न जाने क्या क्या। ऐसे में अररिया को शहर कहने में भी झिझक होती है। जिस दिन कचहरी खुली रहती है, तब शहर की भीड़ को देख लीजिए। लेकिन कचहरी की बंदी वाले दिन में यही शहर, ऐसा प्रतीत होता है कि सो गया है। इससे अच्छे तो जिले के कई गांव हैं जहां अगर बिजली की सुविधा रहे तो शहर की कोई तलब ही नहीं होती। --------------------------------------------------------------------------------- शहर के विकास के लिए इन बातों पर अमल जरूरी जानकारों की मानें तो अररिया को विकासहीनता के गर्त से उबारने के लिए न केवल स्पेशल पैकेज की जरूरत है, बल्कि तंत्र के समर्पण और सरकार के विशेष ध्यान की भी आवश्यकता है। -जल्द सामने आए नगर परिषद का मास्टर प्लान -¨रग बांध निर्माण पर हो ठोस पहल -जल निकासी को बने सीवर लाइन -ठोस कचरा व अवशिष्ट निस्तारण की हो व्यवस्था -गलियों व वार्ड की सड़कों का बने कोर नेटवर्क -सड़कों के निर्माण की हो योजनाबद्ध पहल -हर वार्ड में पहुंचाया जाय शुद्ध पेय जल -बाजार विकेंद्रीकरण की दिशा में हो कारगर पहल -पार्क-निर्माण के लिए योजना बना कर की जाए कार्रवाई -हर वार्ड में मौजूद रहे चलंत चिकित्सा वाहन ------------------------------------------------------------------ तिरसुलिया पुल बनने के बाद शहर पर अचानक बढ़ेगा आबादी का दवाब शहर के नये नीति-नियंताओं को इस बात का ध्यान रखना ही होगा कि आने वाले दिनों में यातायात की सुविधाओं में बेहतरी से शहर पर न केवल फ्लो¨टग आबादी का प्रेसर बढ़ेगा, बल्कि यातायात व्यवस्था एवं पार्किंग जैसी समस्याएं भी सामने आएंगी। नगर परिषद के नए बोर्ड को इन बातों पर भी ध्यान देना होगा कि तिरसुलिया पुल बनने के बाद शहर का विस्तार उन हिस्सों में भी होगा जो शहर में तो हैं, लेकिन संपर्किता के अभाव में मेन टाउन से कटे रहते हैं। ऐसे में परमान नदी के पश्चिमी किनारे पर बेलवा पुल से लेकर खरैहिया बस्ती तक ¨रग बांध का निर्माण भी लाजिमी हो जाएगा। --------------------------------------------------------------- शहर सुरक्षा होगा एक बड़ा मुद्दा आने वाले दिनों में बढते अपराध पर नियंत्रण इस शहर की सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आ सकता है। ऐसे में तिरसुलिया घाट सहित शहर के चारो ओर टाउन-आउटपोस्ट का निर्माण भी आवययक है। अन्यथा छिनतई व बाइक स्नै¨चग तथा रोड-राबरी जैसी घटनाएं बढ़ सकती हैं। ----------------------------------------------------------------------------- कोट भविष्य में अररिया शहर के विकास से जुड़े मुद्दों पर नप-प्रशासन का ध्यान है। नए बोर्ड के सामने इन बातों को रखा जाएगा तथा एक प्लान के तहत विकास योजनाओं पर अमल किया जाएगा। भवेश कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, अररिया