शिविर में 277 मवेशियों का किया गया स्वास्थ्य जांच
किशनगंज। सोमवार को ठाकुरगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत छैतल के दोगच्छीहाट में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभ
किशनगंज। सोमवार को ठाकुरगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत छैतल के दोगच्छीहाट में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा पशु बांझपन चिकित्सा एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्धघाटन मुखिया मुस्ता हसन, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद, अवर प्रमंडल एवं पशुपालन पदाधिकारी डॉ. अर¨वद कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। शिविर में 277 पशुओं की स्वास्थ्य परीक्षण कर विभिन्न तरह की दवा मुफ्त में पशुपालकों को उपलब्ध कराई गई। बांझपन मवेशियों के गर्भ के जांचोपरांत मल्टी विटामिन एवं फॉस्फोरस की इंजेक्शन दी गई। साथ ही कई पशुओं को कृमिनाशक दवाई भी दी गई। चिकित्सकों ने पशुपालकों को पशुओं में बांझपन की समस्या एवं निदान के उपाय बताए। पशुपालकों को संबोधित करते हुए जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि बांझपन एक संयुक्त रोग है। बांझपन के लिए नर एवं मादा पशुओं के प्रजनन अंग मुख्य रूप से जिम्मेवार होता है। इन अंगों में जब कोई बाधा या रुकावट होती है, तो बांझपन की स्थिति पैदा हो जाती है। उन्होंने बताया कि बांझपन के रोग मादा मवेशियों में अधिकतर पाए जाते हैं। हॉर्मोनल असंतुलन, जेनेटिक कारक, दूषित वातावरण एवं कुप्रबंध आदि बांझपन के कारण हैं। मवेशी को पौष्टिक भोजन, जने¨नद्रय नली की चोट से बचाव,हार्मोन को संतुलित रखने हेतु समय-समय पर उपचार, गोशाला में पर्याप्त तापक्रम, रोशनी और अच्छे प्रबंधन की व्यवस्था बांझपन को दूर करने के कारगर उपाय हैं। शिविर में मुख्य रूप से पशु चिकित्सक डॉ. संजय कुमार, डॉ. दलीप बैठा, वैक्सीनेटर मनोज कुमार, जगदीश ¨सह, वार्ड सदस्य अमीरुल हक, पशुपालन कर्मी नीतीश कुमार व गुड्डू कुमार आदि सहित बड़ी संख्या में पशुपालक मौजूद थे।