महिला व्यवसायी कस्टम कार्यालय में हुई ठगी का शिकार
फोटो- 19 केएसएन 51
कैप्शन= सीमा शुल्क कार्यालय, किशनगंज में पत्रकारों को आपबीती सुनाती पीडि़त सुपाड़ी व्यवासयी महिला।
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कोट--
--मैं महिला व्यवसायी हूं। मेरी सुपाड़ी कस्टम ने जब्त कर लिया है। आठ हजार रुपये देने पर भी सुपाड़ी को नहीं दिया जा रहा है और न ही सीजर दिया जा रहा है।
---श्रीमती नीलम, व्यवसायी, दालकोला, पश्चिम बंगाल
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मैं अवकाश पर हूं। इस संदर्भ में मुझ कोई जानकारी नहीं है।
-कस्टम सुप्रीटेंडेट आरएन सिंह, किशनगंज।
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संवाद सूत्र, किशनगंज : किशनगंज कस्टम कार्यालय में एक महिला ठगी का शिकार हो गई। वह सुपाड़ी जब्ती की सीजर लिस्ट लेने के लिए कस्टम कार्यालय में पहुंची थी। वहीं कस्टम पुलिस इस प्रकार की किसी भी घटना से इंकार कर रही है।
शुक्रवार को कस्टम कार्यालय में मौजूद महिला व्यवसायी नीलम पति लाल बहादुर, निवासी दालकोला, पश्चिम बंगाल ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व सिलीगुड़ी से एक क्विंटल सुपाड़ी बस द्वारा दालकोला लाने के दौरान किशनगंज कैलटैक्स चौक ओवर ब्रिज के समीप कस्टम विभाग की पुलिस ने जब्त किया था। उसके बाद से विभाग द्वारा पकड़ी गई सुपाड़ी का न तो कोई सीजर बनाया गया है और न ही कोई रसीद दी गई है। जब्त सुपाड़ी की सीजर लिस्ट लेने जब वह कस्टम कार्यालय में पहुंची तो वहां मौजूद कस्टम पुलिस ने 15 हजार रुपये की मांग की। जिसके आलोक में आठ हजार रुपये कस्टम पुलिस को उसने दिया भी और बाकी पैसा बाद में देने के लिए मोहलत मांगा । जिस पर कस्टम पुलिस द्वारा कहा गया कि पूरा पैसा दो और अपनी सुपाड़ी ले जाओ। दूसरे दिन कस्टम कार्यालय किशनगंज पहुंचने पर उक्त महिला को यह कह कर टाल दिया कि अभी साहब आफिस में नहीं है। महिला ने कस्टम कार्यालय में जागरण से बातचीत करते हुए संदेह जताया कि लगता है जब्त एक क्विंटल सु़पाड़ी कस्टम पुलिस ने बेच दिया है।