कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार हुई कम
खगड़िया। ठंड व घने कोहरे के बीच रेलवे ट्रैक पर ट्रेन चालक को एक ¨सग्नल से दूसरे ¨सग्नल आने का संकेत प
खगड़िया। ठंड व घने कोहरे के बीच रेलवे ट्रैक पर ट्रेन चालक को एक ¨सग्नल से दूसरे ¨सग्नल आने का संकेत पटाखा देता है। पटाखा चालक को संकेत देता है कि आगे लाइन क्लीयर है अथवा नहीं। ऐसे मौसम में रेलवे द्वारा चालकों को निर्देश दिया जाता है कि ट्रेनों की गति सीमा क्या होगी। अमूमन 60 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से ट्रेनों का परिचालन होता है, जिससे ट्रेनों का बिलंव होना स्वभाविक ही है। लगभग सभी ट्रेनें अभी विलंब से चल रही है। हालांकि एक स्थानीय रेल अधिकारी के अनुसार कई ट्रेनों के इंजन में ही अब संकेत रहता है। जिससे चालक को संकेत मिल जाता है। रेलवे सूत्रों की माने तो पटाखा जहां लगाया जाता है वहां ट्रेन चालक को संकेत मिलता है कि सिग्नल आने वाला है। पहला होम सिग्नल दूसरा पहले से 10 मीटर पर और फाग सिग्नल 45 मीटर की दूरी पर होता है। ठंड के समय में स्टेशन मास्टर व अन्य कर्मी भी सतर्क रहते हैं।