गर्मी कर रहा बुरा हाल, कैसे स्कूल जाए नौनिहाल
खगड़िया। प्रचंड गर्मी व लू के असर से तमाम पशु, पक्षी, पेड़-पौधे मुरझा रहे हैं। गर्मी के कारण जलस्तर भी
खगड़िया। प्रचंड गर्मी व लू के असर से तमाम पशु, पक्षी, पेड़-पौधे मुरझा रहे हैं। गर्मी के कारण जलस्तर भी नीचे जा रहा है। शनिवार का तापमान भी जिला में अधिकतम 41 और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहा। लोग घरों में भी गर्म हवा से परेशान दिखे। पछुवा हवा में आग की तरह गर्मी घुली हुई थी। 10 बजते-बजते सड़कें खाली दिखने लगती है। बाजार में सूनापन छा जाता है। सिर्फ वैसे लोग ही आते-जाते हैं, जिन्हें निहायत जरूरी काम हो। सर्वाधिक असर तो विभिन्न विद्यालयों में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों पर पड़ रहा है।
मालूम हो कि सरकारी विद्यालयों में 11 बजे छुट्टी दी जा रही है तो कई निजी विद्यालय ऐसे हैं जहां इस भीषण गर्मी में भी साढे बारह बजे छुट्टी दी जाती है। क्षेत्र में अभी भी कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां आज भी विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है। वहां के बच्चों की स्थिति का महज अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं शनिवार की सुबह आसमान में कोहरा लगा हुआ था, लेकिन दिन भर सूर्य की रोशनी अंगारों के तरह बरसते रहे।
स्कूली बच्चों की सुनें
वर्ग सप्तम की छात्रा रूबी कुमारी का कहना हुआ कि गर्मी से वह परेशान रहती है। जब लाईन रहा तो वर्ग कक्ष ठीक-ठाक चला, नहीं तो वर्ग कक्ष में विद्यार्थी कापी किताब को पंखा बना कर झेलते रह जाते हैं।
रिसू कुमारी कहती है मम्मी के डर से स्कूल तो आना ही पड़ता है। गर्मी इतनी है कि पढ़ भी नहीं जाता है।
ब्यूटि कुमारी कहती है गर्मी में पढ़ाई-लिखाई क्या होगी, केवल कोरम पूरा हो रहा है। डीएम अंकल को अब छुट्टू दे देना चाहिए।
चांदनी कुमारी कहती है छुट्टी के बाद स्कूल से घर लौटना मुश्किल हो जाता है। रास्ते के बगीचों में छांव में रुक-रुक कर जाना पड़ता है।
गौरी कुमारी कहती है मम्मी गर्मी के कारण स्कूल जाने से मना करती है, लेकिन पढ़ाई छूटने के डर से स्कूल चले जाते हैं।
विवेका कुमारी कहती है गत वर्ष तब गर्मी छुट्टी हुई थी जब गर्मी कम हो गई थी। अभी गर्मी चरम पर है तो छुट्टी नहीं हो रही है बाद में छुट्टी का क्या होगा। इसी तरह संध्या कुमारी, प्रियंका कुमारी भी इस भीषण गर्मी में गृष्मावकाश दिये जाने की मांग करते हुए बोली कि गर्मी से रात में भी नींद पूरी नहीं हो पाती है, सुबह जग कर स्कूल जाना पड़ता है। इधर, मध्य विद्यालय महेशखूंट-2 के एचएम सुधा कुमारी कहती है कि मैं कर क्या सकती हूं। विभाग का जो आदेश होगा उसी अनुसार छुट्टी दी जाएगी। इस समय जब बिजली आती है तो पंखा चलता है।