कीचड़ में घर, रास्ता बदतर
जागरण संवाददाता, खगड़िया: शहर के अंदर वार्ड नंबर दो को देखकर कोई भी आदमी सहजता से यह स्वीकार नहीं करे
जागरण संवाददाता, खगड़िया: शहर के अंदर वार्ड नंबर दो को देखकर कोई भी आदमी सहजता से यह स्वीकार नहीं करेगा कि यह शहर का दृश्य है। बेढंगी बनी नाली में पानी बहाव की दिशा उल्टी है। नारकीय दृश्य उत्पन्न कर चुके घरों के पास जमा गंदे नाला का पानी बदबू दे रहा है। इस वार्ड की खासियत है कि इसमें प्रसिद्ध सती स्थान, काली बाड़ी और रेलवे का माल गोदाम भी है।
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समस्या = 1
कीचड़ के बीच जीवन हुआ दूभर
इस वार्ड के प्लाई मिल गली के दक्षिणी सिरे पर खड़ा होने के बाद ऐसा लगता है कि बदबू के बीच लोग जीने को कैसे विवश हैं। शहर का कचरा भी यहीं जमा है। थोड़ी पश्चिम की ओर बढ़ने पर पता चलता है कि ईट और मिट्टी का टीला बनाकर पांव पैदल एक आदमी के निकलने के लिए स्थानीय लोगों ने रास्ता बना रखा है। यहां मोटरसाइकिल लेकर विनोद सर गिरे भी हैं। दोनों तरफ से गंदे नाला का पानी और बीच से निकलते हुए लोग। विवशता यही है कि इनको निकलने के लिए यही एक रास्ता है। मास्टरजी कहते हैं कि नापी हुआ है। आश्वासन मिला है कि जल्दी ही सड़क बनेगी। देखते हैं क्या होता है?
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समस्या= 2
बेढंगी है सड़क के साथ बनी नाली
वार्ड नंबर दो के प्लाई मिल गली के अंतिम सिरे पर खड़ा रहना भी दूभर है। दूर से दिखता है कि पीसीसी सड़क चकाचक कर रहा है। परंतु उसके साथ बनी नाली लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। जबकि उस नाली को बनाने का मकसद मुहल्ले का गंदा पानी को बाहर बड़े नाले में गिराना था। परंतु यहां तो उल्टे होने लगा। शहर का गंदा पानी मुहल्ले में जमा होने लगा है। इसकी वजह से यहां खड़ा रहना तो दूर, देखने से घिन आती है।
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समस्या= 3
एक घर से दूसरे घर पर रखकर लाई जा रही बिजली तार
इस वार्ड में समुचित रूप से विद्युतीकरण भी नहीं की गई है। लोगों को काफी दूरी से एक ही पोल पर मकरजाल के रूप में तार लगाकर दूसरे के घरों के रास्ते खुद के घर तक बिजली लाने की मजबूरी है। कारण है कि बिजली विभाग द्वारा पहल नहीं किए जाने की वजह से लोगों को कठिनाईयों के बीच मजबूरन जीना पड़ रहा है। यह बात दूसरी है कि वार्ड परिषद सदस्य खुद इस बात से परेशान हैं कि हमारी समस्या को कोई सुन ही नहीं रहे हैं।
स्थानीय लोगों व वार्ड पार्षद की सुनें
'वैकल्पिक व्यवस्था करके हम घर से निकल रहे हैं। आखिर घर है तो किसी न किसी रूप में हमें जीना तो है। हां, इस बीच में दिखा था कि यहां सड़क के लिए मापी भी हुई। परंतु जब सड़क बन जाए तब तो?'
- विनोद कुमार
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'नाली बनाते समय हमलोगों ने कहा भी था। परंतु किसी ने एक नहीं सुनी। अब शहर का गंदा पानी यहीं जमा हो रहा है। मच्छर बढ़ रहा है। पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं हो रही है।'
- आशुतोष चौधरी
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'मोहल्ला में सबसे बड़ी समस्या नाला व सड़क की है। शहर में यह समस्या होना हास्यास्पद है। नक्शा की सड़क बनी हुई है फिर भी इसे बनाया नहीं जा रहा है।'
- ललन कुमार
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'सही ढंग से नाला नहीं बना जिसके लिए आज हमलोग भुगत रहे हैं। इस ओर किसी की नजर ही नहीं जा रही है। परेशानी को देखने तक कोई नहीं आते हैं।'
- शशि भूषण प्रसाद
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'हमने इसको लेकर नगर परिषद में आवाज भी उठाया है। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हमारे वार्ड में सफाई कर्मी को भी बदलने की जरूरत है। क्योंकि सफाई नहीं की जा रही है। इस ओर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
- वार्ड पार्षद ऋतिका प्रिया