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'सत्संग सुनने से सार्थक होता है जीवन'

मानसी, खगड़िया, संवाद सूत्र: स्थानीय रेलवे मैदान मे गुरूवार को नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का शुभार

By Edited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 10:26 PM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 10:26 PM (IST)
'सत्संग सुनने से सार्थक होता है जीवन'

मानसी, खगड़िया, संवाद सूत्र: स्थानीय रेलवे मैदान मे गुरूवार को नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का शुभारंभ सासंद रामशरण विचार मंच के अध्यक्ष विजय कुमार पाडव तथा बलबीर चाद द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। श्रीराम कथा में गुजरात से आए अंर्तराष्ट्रीय प्रवाचिका माता कंकेश्वरी द्वारा श्री राम चरित्र मानस कथा का अपने मुखाबिन से श्रद्दालुओं को रसपान कराया। उन्होंने कहा कि मनुष्य का जीवन तभी सार्थक हो सकता है जब वह सत्संग का अनुशरण करे। सत्संग करने से परमात्मा में मन लग जाती है। हरी को भजने में किसी चीज की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ मन को शात भाव रखकर प्रभु में चित लगाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में सब कुछ पाना ही धनवान नहीं होता है । धन्य होना ही धनवान है जो व्यक्ति अपने जीवन किसी भी चीज का अभाव महसूस नहीं करता, वही सबसे बड़ा धनवान है। उन्होंने सीताराम की चर्चा करते हुए कहा कि सीताजी की कृपा तभी होगी जब भगवान राम जी की कृपा होगी। इसलिए मनुष्य को सीताराम भजना चाहिए। मौके पर अयोध्या से पधारे बाबा सच्चिदानंद महाराज, पैक्स अध्यक्ष रवि कुमार रवि, दीपक कुमार विधार्थी, शकर राही विनय राम, अशोक पोद्यार, सुभाष सिंह, आजाद सिंह ,चन्द्रशेखर पंडित बहादुर पंडित, सिकंदर आजाद, विजय सिंह, विनोद साह, रंजीत आर्य सहित उपस्थित थे।


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