कठिन रहे प्यार के रास्ते
महेशखूंट (खगड़िया) संवाद सूत्र: मदारपुर गांव में रहने वाले पड़ोसी अर्पिता व केदार बचपन से साथ-साथ पढ़त
महेशखूंट (खगड़िया) संवाद सूत्र: मदारपुर गांव में रहने वाले पड़ोसी अर्पिता व केदार बचपन से साथ-साथ पढ़ते थे। जब वे उच्च विद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे, उनमें आकर्षण बढ़ा, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गया। साथ जीने मरने के वादे किये। घर वालों को जब इसकी भनक लगी, तो अर्पिता पर पहरा लगाया गया। धीरे-धीरे यह पहरा उसे एक कमरे में कैद कर लिया। घर वाले शायद कभी सोचे भी नहीं होगा कि यही कैद प्यार में गहरा रंग भर देगा। मगर वही हुआ। तमाम प्रतिबंधों को धता देकर, एक दिन केदार परिजनों की नजर से बचते हुए, अर्पिता के घर उससे मिलने चला गया। दोनों पकड़े गए। घटना को ले कर महेशखूंट थाना कांड संख्या 90-12 दर्ज कराया गया। केदार तीन माह तक जेल में सड़ता रहा, बाद में उच्च न्यायालय से उसे बेल मिला। अभी वह बेल पर है। इधर केदार के लिए तरप रही अर्पिता किसी प्रकार डीएम, एसपी को फैक्स संदेश भेज कर, केदार से विवाह करने या फिर आत्महत्या कर लेने की बात के साथ ही घर में अपनी कैद की बात बतायी। पुलिस अर्पिता को उसके घर से आजाद करवा कर ढाई माह अल्पावास में रखी। सूत्रों के अनुसार, परिजनों ने उसे समझाने का अंतिम प्रयास किया, बावजूद अर्पिता ने दो वार आत्महत्या का प्रयास किया। हार कर अधिकारियों ने उसे केदार से विवाह कर लेने का आदेश दे दिया। आज दोनो परिणय सूत्र में एक दूसरे के हो कर अति प्रसन्न नजर आ रहे थे।