इकलौता कमाने वाला था सिंटू
संवाद सूत्र, चौथम(खगड़िया) : छठ पर्व नौरंगा निवासी बुच्ची यादव के घर में तूफान लेकर आया। ऐसा तुफान
संवाद सूत्र, चौथम(खगड़िया) :
छठ पर्व नौरंगा निवासी बुच्ची यादव के घर में तूफान लेकर आया। ऐसा तुफान कि उसमें क्षति का आकलन लगाना किसी के बस की बात नहीं है। बुधवार की शाम में सभी लोग छठ पर्व को मनाने के लिए घाट पर मौजूद थे। उसमें सिंटू भी अपने परिजन के साथ घाट पर ही मौजूद था। अचानक घाट से लगभग 50 फीट की दूरी पर सिंटु पानी में डूब रहे दो बच्चियों को पानी से बाहर निकाल फेंकने में सफल हो गया लेकिन वो खुद बाहर नहीं निकल पाया। जब तक ग्रामीण उसे बाहर निकाल पाते तब तक बहुत देर हो गई थी। मृतक सिंटु तीन भाई व तीन बहन में सबसे बड़ा था। साथ ही अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला भी था। महज 16 वर्ष की आयु में ही परिवार की स्थिति को देखते हुए पारिवारिक बोझ अपने कंधे पर ले लिया था। लेकिन बुधवार की शाम काल के कुचक्र ने उसे अपना ग्रास बना लिया। उसके मां व पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। गुरूवार को उसकी अंत्येष्टि ग्रामीणों के सहयोग से कर दी गई। वहीं देवका निवासी संतोष सिंह की मौत भी छठ घाट बनाने के क्रम में स्नान करते समय बागमती नदी में ड़बने से हो गई। परिजनों को मालूम भी नहीं हो सका कि संतोष पानी में डूब चुका है। दूसरे दिन सुबह के अर्घ्य के समय लोग जब स्नान करने नदी में गए तो उसका शव किसी के पैरों में लगी तब पता चला कि उसकी मौत हो गई है। बहरहाल जो भी प्रशासन द्वारा दी गई चेतावनी के बावजूद लोग सचेत न हो सके जिसके कारण ऐसी घटनाएं घटी।