उदागर की हत्या के पीछे बदला या वर्चस्व
संवाद सूत्र, चौथम (खगड़िया): थाना क्षेत्र अंतर्गत शनिवार की शाम दियारा में अवस्थित बौरने स्थान के समी
संवाद सूत्र, चौथम (खगड़िया): थाना क्षेत्र अंतर्गत शनिवार की शाम दियारा में अवस्थित बौरने स्थान के समीप बरैटा टोला के समीप उदागर सिंह की हत्या पुलिस के लिए अनबुझ पहेली बन गई है। मृतक के पत्नी के फर्द बयान पर पुलिस ने आठ लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। बताते चलें कि जनवरी, 2004 में तेगाछी गांव निवासी कुख्यात कंचन सिंह की हत्या कर उदागर सिंह अपराध की दुनिया में कदम रखा था। जबकि दोनों एक ही चलने वाले थे। किसी बात को लकर अनबन हुई और मामला हत्या तक पहुंच गई। कंचन सिंह की हत्या के दस वर्षो के बाद उदागर सिंह की हत्या गिरोह के सदस्यों द्वारा ही कर दी गई। इस मामले में उमेश मुनी, प्रकाश मुनी, कपिलदेव मुनी, बिजली मुनी, पप्पु मुनी, हरे राम सिंह, जवाहर सिंह व शशि सिंह को आरोपी बनाया गया है। आरोपियों में शशि सिंह भी शामिल है, जो कंचन सिंह का भाई बताया जा रहा है। ऐसे में क्षेत्र में सवाल उठ रहा है कि उदागर सिंह की हत्या बदला लेने की नीयत से की गई या वर्चस्व का परिणाम है।